मुंबई: देश का शेयर बाजार इस सप्ताह प्रमुख कंपनियों द्वारा जारी होने वाले तिमाही नतीजों, कोरोना टीकाकरण की तैयारियों के साथ-साथ विदेशी संकेतों से चाल पकड़ेगा।
इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले देसी करेंसी रुपये की चाल और भारत में निवेश के प्रति विदेशी निवेशकों के रुझानों पर भी बाजार की नजर होगी।
घरेलू शेयर बाजार बीते सप्ताह भी विदेशी संकेतों से गुलजार रहा और नवंबर से लगातार साप्ताहिक स्तर पर बढ़त का सिलसिला जारी रहा।
आगामी कारोबारी सप्ताह में भी विदेशी संकेतों का असर देखने को मिल सकता है। वहीं, पिछले सप्ताह से ही जारी हो रहे तिमाही नतीजों से बाजार चाल पकड़ेगी।
इस सप्ताह इन्फोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलोजीज जैसी आईटी सेक्टर की प्रमुख कंपनियां चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे जारी करने वाली हैं।
इन्फोसिस और विप्रो के वित्तीय नतीजे बुधवार को जारी होंगे जबकि एचसीएल टेक्नोलॉजीज के वित्तीय नतीजे शुक्रवार को जारी होंगे।
देश में कोरोना वैक्सीनेशन यानी टीकाकरण के कार्यक्रम की शुरूआत इस सप्ताह के आखिर में शुरू होने जा रही है।
जानकार बताते हैं कि टीकाकरण कार्यक्रम की तैयारी से घरेलू शेयर बाजार में उत्साह का माहौल बना रहेगा।
हालांकि दुनियाभर में कोरोना के प्रकोप और इसकी रोकथाम के लिए लगाए गए प्रतिबंधों का असर भी शेयर बाजार पर रहेगा।
वहीं, विदेशी मोर्चे पर चीन में सोमवार को महंगाई दर के बीते महीने दिसंबर के आंकड़े जारी होंगे।
फिर अमेरिका में भी बुधवार को महंगाई दर के दिसंबर के आंकड़े जारी होंगे।
इसके बाद अमेरिका में खुदरा बिक्री के दिसंबर महीने के आंकड़े शुक्रवार को जारी होंगे। इन आंकड़ों पर भी निवेशकों की नजर बनी रहेगी।
घरेलू शेयर बाजार में जारी तेजी की मुख्य वजहों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का पैसा रहा है।
बाजार की निगाहें विदेशी निवेशकों के साथ-साथ घरेलू संस्थागत निवेशकों के निवेश के प्रति रुझानों पर भी रहेंगी।