नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर कई ‘भ्रामक’ ट्वीट करने के आरोप में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर और वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
पत्रकार मृणाल पांडे, जफर आगा, परेश नाथ और अनंत नाथ ने प्राथमिकियों के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया था।
दिल्ली पुलिस ने 30 जनवरी को शशि थरूर, पत्रकार राजदीप सरदेसाई, ‘कारवां पत्रिका’ और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
इन सभी पर आरोप है कि ट्रैक्टर परेड में प्रदर्शनकारी किसान की मौत को लेकर अपूष्ट सूचना शेयर किया था। कांग्रेस नेता शशि थरूर और छह पत्रकारों पर नोएडा पुलिस ने दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा को लेकर और अन्य आरोपों के साथ राजद्रोह का मामला दर्ज किया था।
मध्यप्रदेश पुलिस ने भी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरन हिंसा पर भ्रामक ट्वीट करने के आरोप में थरूर एवं छह पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
हालांकि, अब अग्रिम राहत के लिए इन लोगों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, अब देखना होगा कि इस पर सुनवाई के लिए कोर्ट कब का समय देता है।
गौरतलब है कि केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के पक्ष में 26 जनवरी को हजारों की संख्या में किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी, लेकिन कुछ ही देर में दिल्ली की सड़कों पर अराजकता फैल गई।
कई जगह प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के अवरोधकों को तोड़ दिया और पुलिस के साथ भी उनकी झड़प हुई।