मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा कि पार्टी हनुमान चालीसा के नाम पर दंगे भड़का कर देश को विभाजित करने की साजिश रचने वालों के खिलाफ लड़ रही है।
साथ ही उन्होंने कहा कि शिवसेना संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे कार्यकर्ताओं द्वारा इस तरह के प्रयासों का विरोध करने पर खुशी महसूस कर रहे होंगे।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने एक दिन पहले उद्धव ठाकरे नीत महाराष्ट्र सरकार पर ”हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए लोगों को गिरफ्तार” करने को लेकर निशाना साधा था, जिसके बाद राउत का यह बयान सामने आया है।
भाजपा नेता चौबे ने पुणे में संवाददाताओं से कहा था, ” मैं देख रहा हूं कि यहां लोगों को हनुमान चालीसा का पाठ करने और भगवान राम का नाम लेने पर गिरफ्तार किया गया। ठाकरे साहब (शिवसेना संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे) की आत्मा को इससे ठेस पहुंचेगी।”
अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति ने पिछले शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा की थी, जिसके बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणा दंपति के घर के बाहर हंगामा किया था।
बाद में पुलिस ने राणा दंपति को राजद्रोह समेत अन्य धाराओं में गिरफ्तार किया था।केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर राउत ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा, ” उन्हें (चौबे) बाला साहेब ठाकरे के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है।
शिवसेना ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ रही है, जोकि हनुमान चालीसा के नाम पर दंगे भड़का कर इस देश को बांटने की साजिश रच रहे । बाला साहेब ठाकरे ऐसा करने के लिए हम पर फूल बरसाएंगे, वह हमें ऐसा करते देखकर प्रसन्न होंगे।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भगवान हनुमान को एक दलित और वनवासी करार दिये जाने संबंधी एक पुरानी टिप्पणी का हवाला देते हुए शिवसेना नेता ने कहा, ”अगर इस तरह के बयान देने वाले लोग हमें हनुमान चालीसा के बारे में बताएंगे, तो चौबे को ‘योगी चालीसा’ पढ़नी चाहिए।”