छतरपुर: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) की दिवानी शिवरंजनी (Deewani Shivranjani) की तबियत खराब हो गई।
जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां हालत स्थिर बताया जा रहा है।
गंगोत्री से कलश यात्रा लेकर निकली शिवरंजनी तिवारी बुधवार को UP से होते हुए छतरपुर (Chhatarpur) पहुंचीं।
शाम को वे बागेश्वर धाम के लिए आगे बढ़ी, लेकिन अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई।
इसके बाद कार से उन्हें छतरपुर जिला अस्पताल लाया गया। यहां डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।
शिवरंजनी तिवारी (Shivranjani Tiwari) लगभग एक महीने पहले उत्तराखंड (Uttarakhand) के गंगोत्री (Gangotri) से गंगाजल (Gangajal) लेकर अपने साथ 15 लोगों के साथ निकली थीं।
16 जून को बागेश्वर धाम पहुंचने का संकल्प
शिवरंजनी तिवारी 16 जून को बागेश्वर धाम में Gangajal चढ़ाकर पूजा-अर्चना करेंगी। हालांकि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम में नहीं हैं।
डॉक्टर का कहा कि शिवरंजनी तिवारी को वीकनेस थी। Treatment कर दिया है। उन्हें दस्त की शिकायत भी थी।
Checkup करने के बाद प्राइमरी ट्रीटमेंट (Primary Treatment) दे दिया है। इसके बाद उन्हें थोड़ा आराम करने की सलाह दी गई है।
इसके साथ ही खानपान में बदलाव की सलाह दी है। चूंकि गर्मी काफी पड़ रही है। इसलिए ऐसा होना स्वाभाविक है।
एक महीना हो गया पदयात्रा
शिवरंजनी के साथ उत्तराखंड से आए आचार्य कमलदास (Acharya Kamaldas) ने कहा कि एक दिन पहले हम लोग करीब 30 किलोमीटर पैदल चले।
इसलिए उनकी तबीयत खराब हो गई। पदयात्रा को करीब एक महीने हो गया है। यह यात्रा गंगोत्री से शुरू की गई थी और बागेश्वर धाम तक जाएगी।
Shivranjani की इस यात्रा का उद्देश्य क्या है, ये पूछने पर उन्होंने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है।
शिवरंजनी ने धीरेंन्द्र शास्त्री को कहा प्राणनाथ
जब आचार्य कमलदास से पूछा गया कि Shivranjani ने Dhirendra Shastri को प्राणनाथ कहा और शादी करना चाहती हैं।
इस पर उन्होंने कहा कि प्राणनाथ शब्द ईश्वर के लिए है। उनके पिता पहले बागेश्वर धाम जा चुके हैं।
बता दें कि गंगोत्री से छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंन्द्र शास्त्री के साथ विवाह करने का संकल्प लेकर निकली कथावाचक और MBA की छात्रा शिवरंजनी तिवारी ने 14 जून को छतरपुर जिले की सीमा मे प्रवेश किया।
शिवरंजनी तिवारी 16 जून तक बागेश्वर धाम पहुंचेंगी।