कोच्चि: केरल के मुख्यमंत्री विजयन के पूर्व प्रधान सचिव की गिरफ्तारी के लिए अदालत की मंजूरी मिलने के बाद सीमा शुल्क विभाग (कस्टम्स) ने मंगलवार को शिवशंकर को गिरफ्तारी कर लिया।
एनार्कुलम प्रिंसिपल सेशंस कोर्ट ने सोमवार को कस्टम्स को सोने की तस्करी के मामले में शिवशंकर को गिरफ्तार करने की अनुमति दी थी।
इसके बाद कस्टम्स की एक टीम जेल पहुंची, जहां शिवशंकर अभी न्यायिक हिरासत में हैं और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
शिवशंकर को सोने की तस्करी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 29 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था।
नई गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है, जब उनकी मौजूदा न्यायिक हिरासत 26 नवंबर को पूरी हो रही है।
कस्टम्स ने 5 जुलाई को यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी पी.एस.सारिथ को डिप्लोमेटिक सामग्री के नाम पर सोने की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
वहीं दूतावास की पूर्ण कर्मचारी स्वप्ना और उनके सहयोगी संदीप नायर को भी इस राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था।
स्वप्ना और शिवशंकर की मित्रता की बात सामने आने के बाद विजयन ने शिवशंकर को अपने प्रमुख सचिव के पद से हटा दिया था।
विजयन ने कहा है कि उन्हें इन सबके बारे में बिल्कुल जानकारी नहीं थी, लेकिन प्रमुख विपक्षी दलों – कांग्रेस और भाजपा ने आरोप लगाया है कि वह सब कुछ जानते थे और अब अपने कार्यालय की जांच होने से डर रहे हैं।
ईडी ने विजयन के सहायक निजी सचिव सी.एम.रविंद्रन को भी एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा था, लेकिन उनके कोविड पॉजिटिव पाए जाने के कारण ऐसा नहीं हो सका।
उनके ठीक होने के बाद उन्हें फिर से नोटिस दिए जाने की संभावना है।