मुंबई: 14 जून 2022 को फिल्म इंडस्ट्री (Film Industry) में कुछ ऐसा हुआ था जिससे हर कोई स्तब्ध रह गया था।
यह वही दिन है जिस दिन बॉलीवुड (Bollywood) के अभिनेता (Actor) सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली थी।
इसे कोई भी आत्महत्या मानने के लिए तैयार नहीं था। और इसी कारण सुशांत सिंह राजपूत के मौत को आत्महत्या नहीं बल्कि मर्डर (Murder) माना जाता है।
रूपकुमार शाह ने किया दावा
हालांकि इस मामले में आज भी कई ऐसी बातें सामने आ रही हैं, जो चौंकाने वाली हैं। सुशांत की मौत के बाद उन्हें पोस्टमार्टम (Post Mortem) के लिए कूपर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
घटना के दो साल बाद उस वक्त सुशांत सिंह के पोस्टमार्टम रूम (Post Mortem Room) में मौजूद शवगृह सेवक रूपकुमार शाह ने एक बड़ा खुलासा किया है।
रूपकुमार शाह ने दावा किया है कि सुशांत की मौत सुसाइड नहीं, बल्कि हत्या थी। एक इंटरव्यू (Interview) में रूपकुमार शाह ने कहा, “जब सुशांत का निधन हुआ तो पांच शव पोस्टमार्टम (Post Mortem) के लिए लाए गए थे। हमें बताया गया था कि इसमें कोई भी VIP बॉडी है।
यह सुसाइड नहीं मर्डर है
रूपकुमार ने कहा “जब मैंने सुशांत की बॉडी देखी तो मैंने सीनियर्स से कहा कि मुझे लगता है कि यह सुसाइड (Suicide) नहीं मर्डर (Murder) है।
इसलिए हमें उसी तरह से काम करना चाहिए। लेकिन मुझे कहा गया कि आप अपना काम करिए और मैं अपना काम करता हूं। मेरा काम था बॉडी (Body) को कट करना और सिलना वो काम मैंने किया।
शरीर पर थे चोट के निशान
आगे रूपकुमार ने कहा, “जब शरीर से कपड़े उतारे गए तो शरीर पर पिटाई के निशान थे। गले पर दो-तीन जगह चोट के निशान थे। ऐसा लग रहा था कि मारने से हाथ-पैर टूट गए हों…शरीर पर चोट के गहरे निशान थे।
वीडियो शूट (Video Shoot) होना था, लेकिन हुआ या नहीं… सीनियर्स (Seniors) को भी फोटो पर ही काम करने को कहा गया। इसलिए हमने इस पर काम किया।”
पोस्टमार्टम की नहीं हुई वीडियो ग्राफी
रूपकुमार ने दावा किया, “उस पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी (Videography) होनी चाहिए थी, लेकिन साहब ने कहा कि वह तस्वीरों पर काम करना चाहते हैं और जल्द से जल्द शव देना चाहते हैं। इस तरह हमने रात में पोस्टमार्टम किया।”
सीनियर्स के कहने पर रात में ही पोस्टमॉर्टम कर दिया
रूपकुमार ने आगे कहा, ‘जब मैंने पहली बार सुशांत (Sushant Singh Rajput) की बॉडी देखी तो तुरंत सीनियर्स को बताया कि यह सुसाइड नहीं है, बल्कि मर्डर है।
मैंने उन्हें कहा कि हमें रूल्स फॉलो करके चलना चाहिए, लेकिन मेरे सीनियर्स ने मुझसे कहा कि इस बारे में बाद में बात करेंगे।
उन्होंने मुझसे जल्द से जल्द बॉडी के पिक्चर्स क्लिक करने और बॉडी पुलिस को देने की बात कही। इसलिए हमने पोस्टमॉर्टम रात में ही कर दिया था।’
उन्होंने कहा कि Postmortem Report में क्या लिखना है यह डॉक्टर का काम है, लेकिन सुशांत को न्याय मिलना चाहिए। सुशांत की तस्वीरें देखकर कोई भी कह सकता है कि उनका मर्डर हुआ था। अगर इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी मुझे कॉल करेगी तो उन्हें भी मैं यही बताऊंगा।
‘निशान सुसाइड के नहीं हत्या के थे’
रूपकुमार ये दावा करते हैं कि सुशांत के गले पर जो निशान थे, वो सुसाइड नहीं बल्कि मर्डर की तरह दिख रहे थे। सुसाइड (Suicide) करने वाले इंसान के शरीर पर इस तरह की चोट के निशान नहीं होते।
बता दें कि रूपकुमार शाह बतौर शवगृह सेवक काम करते हैं। शवगृह के तहत उनके जेजे, रजवाड़ी, भगवती, कूपर और भगवती हस्पताल में पांच सेक्शंस हैं। रूपकुमार का कहना है कि जिस दिन सुशांत का शव आया था उस दिन वो कूपर अस्पताल में थे।