Gogamedi Murder Case: राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोगामेड़ी हत्याकाण्ड (Gogamedi Murder Case) में अब तक दो शूटर्स और एक सहायता करने वाले आरोपी को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी देश से भागने के लिए चंडीगढ़ में पासपोर्ट का इंतजार कर रहे थे।
मामले में शामिल तीनों आरोपी में से नितिन फौजी और रोहित राठौड़ शूटर्स (Nitin Fauji and Rohit Rathod Shooters) थे जबकि तीसरा, उधम सिंह इन दोनों को सहायता प्रदान कर रहा था। उधम सिंह ही वह व्यक्ति है जो सभी को भागने में मदद कर रहा था।
यह सभी आरोपी हत्या के बाद से ही एक राज्य से दूसरे राज्य में छिप रहे थे। आरोपी नितिन फौजी महेंद्रगढ़ निवासी हैं जबकि रोहित राठौड़, मकराना के राजस्थान निवासी है। वहीं उधम सिंह, हिसार निवासी हैं। मकराना के 24 वर्षीय आरोपी रोहित राठौड़ और हरियाणा के महेंद्रगढ़ के 26 वर्षीय नितिन फौजी को राजस्थान पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) और दिल्ली पुलिस अपराध शाखा द्वारा किए गए संयुक्त अभियान के दौरान चंडीगढ़ के सेक्टर 22 में एक शराब की दुकान से गिरफ्तार किया गया।
सोशल मीडिया और नेटवर्किंग से पुलिस रख रही थी नजर
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव (Ravindra Singh Yadav) ने बताया कि टीम उनके सोशल मीडिया और मोबाइल फोन के उपयोग के माध्यम से उन पर नजर रख रही थी। उन्होंने आगे कहा कि फौजी और राठौड़ शूटर थे जिन्होंने सेना प्रमुख पर कम से कम 27 बार गोलियां चलाईं। जबकि उधम सिंह, फौजी के पुराने दोस्तों में से एक था जिसने हिसार में उनके लिए वाहन की व्यवस्था की और उन्हें भागने में मदद की।
फौजी और राठौड़ गोगामेड़ी से मिलने के बहाने उसके घर में घुसे थे और कुछ मिनट बात करने के बाद उन्होंने गोगामेड़ी पर गोलियां चला दीं। यहां तक कि उन्होंने अपने साथी नवीन शेखावत की भी गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके माध्यम से उन्होंने करणी सेना प्रमुख के आवास तक पहुंच हासिल की थी।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह (Sukhdev Singh) गोगामेड़ी की बीते मंगलवार उनके जयपुर आवास पर अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या दी गई।