खूंटी: जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सोमवार को 26 वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल द्वारा आयोजित सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत धरती आबा बिरसा मुंडा के जन्म स्थली उलिहातू पहुंचे।
उन्होंने इस मौके पर उलीहातू, गेरने, सेल्दा,गासार,तुबीद,गूंतुरा सहित अन्य गांव के असहाय बुजुर्ग महिला-पुरुषों के बीच सोलर लाइट, कंबल, रेडियो, प्रेशर कुकर और स्कूली बच्चों के बीच स्कूली बैग, ज्योमेट्री बॉक्स, नोटबुक सहित अन्य उपयोगी सामग्रियों का वितरण किया।
खेलकूद प्रतियोगिता में अव्वल आए बच्चों को पुरस्कृत कर उनकी हौसला आफजाई की। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के उलीहातू पहुंचने पर सशस्त्र बल एवं ग्रामीणों द्वारा गर्मजोशी से उनका स्वागत किया गया।
बिरसा मुंडा कंपलेक्स में स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय अड़की की छात्राओं द्वारा बैंड धुन की परेड के साथ स्वागत कर मंच तक पहुंचाया। गया।
इस मौके पर उपस्थित प्रखंड के विभिन्न गांव से पहुंचे मुंडा मानकी ग्राम प्रधान पार्टी कार्यकर्ता और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से सामाजिक सरोकार से जुड़कर कर दायित्व का पालन हर किसी को करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुंडा आदिवासियों की समृद्ध भाषा और परंपरा रही है। हम प्रकृति से जुड़े लोग हैं। मुंडारी भाषा विश्व की सबसे पुरानी भाषा है। इस पर हमें गर्व करना चाहिए।
उन्होंने कहा गांव तब समृद्ध होगा, जब महिलाओं बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलेगी गांव में अनेक समस्याएं हैं, जिनसे मुक्ति दिलाकर आनेवाली पीढ़ी के लिए कार्य करना है।
उन्होंने सीमा सशस्त्र बल को इस कार्यक्रम के लिए तहे दिल से धन्यवाद दिया। मंत्री ने कहा कि खूंटी की जनता ने देश भर के जनजातीय विकास के लिए प्रतिनिधि बनाकर केंद्र सरकार में मंत्री के ररूप में जिम्मा लगाया है। तभी इस कार्य को कर पा रहे हैं।
क्षेत्र में अमन-चैन बहाल करना मुख्य उद्देश्य : कमांडेंट
26 वीं बटालियन के कार्यवाहक कमांडेंट वैभव सिंह परिहार ने कहा कि यह कार्यक्रम के माध्यम से स्थानीय लोगों में विश्वास एवं तालमेल के माध्यम से क्षेत्र में अमन-चैन बहाल करना मुख्य उद्देश्य है।
उन्होंने बताया कि स्वरोजगार के लिए कई तरह के कार्य किए जाते हैं, जिससे क्षेत्र के युवक-युवतियां और महिलाएं आत्मनिर्भर बने, शिक्षित हों और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो।