नई दिल्ली: इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ खौफनाक श्रद्धा हत्याकांड (Shraddha Murder Case) के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला (Aftab Amin Poonawalla)(28) के बारे में एक हैरान कर देने वाला सच सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार अमीन पूनावाला की 20 से ज्यादा गर्लफ्रेंड (Girlfriend) थीं। ये सभी लड़कियां बंबल डेटिंग एप (Bumble Dating App) के माध्यम से अमीन की गर्लफ्रेंड बनी थीं।
इनमें से ज्यादातर लड़कियां उसके घर आ चुकी हैं। इनमें से ज्यादातर गर्लफ्रेंड से उसके नजदीकी संबंध (Close Relationship) बन गए थे।
पुलिस ने डेटिंग एप बंबल को लिखा पत्र
ये खुलासा आफताब पूनावाला ने दक्षिण जिले की महरौली पुलिस (Mehrauli Police) की पूछताछ में किया है। दक्षिण जिला पुलिस ने डेटिंग एप बंबल (Dating App Bumble) को पत्र लिख दिया है और मैसेज भी किया है।
पुलिस ने एप से सभी गर्लफ्रेंड की जानकारी मांगी है। दक्षिण जिला पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन सभी लड़कियों को जल्दी बुलाकर उनसे पूछताछ की जा सकती है।
श्रद्धा से भी हुई थी बंबल ऐप के जरिए दोस्ती
दक्षिण जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आफताब की श्रद्धा से Bumble App के जरिए ही दोस्ती हुई थी। इस समय श्रद्धा कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी।
उस समय आरोपी कॉल सेंटर (Call Center) में नौकरी करता था। आरोपी आफताब नया सिम लेकर App पर एकाउंट बनाता और फिर युवतियों से दोस्ती करता था।
हर बार अलग मोबाइल सिम का करता था इस्तेमाल
हर युवती से दोस्ती करने के लिए वह अलग Mobile SIM का इस्तेमाल करता था। एक युवती से दोस्ती करने के लिए वह एक ही SIM इस्तेमाल करता था।
हर सिम को वह अपने नाम से लेता था। कई सिम उसने दिल्ली से लिए थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह वह 20 से ज्यादा युवतियों से दोस्ती कर चुका है। इनमें से ज्यादातर युवतियां उसके घर चुकी है।
श्रद्धा की हत्या करने के बाद आरोपी आफताब ने अपना मोबाइल हैंडसैट Olx पर बेच दिया था और सिम को तोड़कर फेंक दिया था। आरोपी ने फिर दिल्ली से उसी नंबर का दूसरा सिम लिया था। दिल्ली में उसने मोबाइल हैंडसैट नया खरीदा था।
मुंबई पुलिस ने की लापरवाही
दूसरी तरफ इसमें पिता (Father) विकास मदन वालकर व मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की लापरवाही सामने आ रही है। विकास वालकर को 15 सितंबर को पता लग गया था कि श्रद्धा गायब है। बताया जा रहा है कि उन्होंने अगले दिन ही मुंबई में मिसिंग रिपोर्ट (Missing Report) दर्ज कराई थी।
मुंबई पुलिस ने जांच के नाम पर काफी समय खराब कर दिया। मुंबई पुलिस 9 नवंबर को दिल्ली पुलिस के पास पहुंची थी। दिल्ली पुलिस ने करीब चार दिन में पूरे केस का खुलासा कर दिया था।
अगर मुंबई पुलिस ने इस केस में लापरवाही (Negligence) ना दिखाई होती और शुरू में ही जांच की होती तो शायद यह मामला और भी जल्दी सामने आ जाता।