रांची: विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि देश के सभी प्रांतों में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान में 04 लाख गांव और 11 करोड़ परिवारों तक पहुंचने का लक्ष्य पूर्ण हुआ।
इस अभियान के तहत झारखंड के 25 हजार गांव और 32 लाख परिवार तक पहुंचने का लक्ष्य लगभग पूर्ण हुआ।
परांडे रविवार को अपर बाजार स्थित श्री महेश्वरी सभा भवन सभागार में पत्रकार वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा इस अभियान में एक लाख से भी अधिक कार्यकर्ताओं ने पहाड़ों के दुर्गम स्थल, बर्फीले क्षेत्र, रेगिस्तानी क्षेत्र सहित सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तक उत्साह पूर्वक जनसंपर्क अभियान चलाया।
सड़कों के किनारे बैठे भिक्षा मांगने वालों से लेकर ऊंची अटालिकाओं में रहने वाले लोगों ने सामर्थ्य के अनुकूल भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के निमित्त निधि समर्पण किए।
परांडे ने कहा कि समाज के सभी जाति, जनजाति, भाषा, प्रांत, पंथ, संप्रदाय के लोगों के श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण करने से राष्ट्रीय एकात्मता मजबूत हुई है।
उन्होंने कहा इस अभियान से मंदिर निर्माण के साथ राष्ट्र मंदिर के नींव को मजबूत बनाना था, जिसमें हम सफल हुए। करोड़ों हिंदू जनमानस के समर्पण से बनने वाला श्रीराम मंदिर एकमेव मंदिर होगा।
यह मंदिर श्रद्धा और भक्ति के साथ स्वाभिमान एवं अस्मिता का प्रतीक भी बनेगा।
उन्होंने कहा कि अभियान समाप्त हो गया है, परंतु हमारे दैनंदिनी कार्य निरंतर चलते रहेंगे।
ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण के षड्यंत्र को रोकना, लव जिहाद को रोकना, गोवंश हत्या को रोकना, मंदिरों की रक्षा, हिंदू समाज के सभी वर्ग के लोगों की उत्थान के लिए शिक्षा, चिकित्सा, आर्थिक स्वालंबन, महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सेवा प्रकल्पों को शुरू करना आदि नियमित कार्यों को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्त्ता और भी ऊर्जा के साथ करेंगे।
साथ ही हिंदू समाज की सामाजिक समरसता और हिंदू जीवन मूल्यों की प्रतिष्ठा के लिए सभी हिंदू संगठन अपने कार्य को और अधिक गति से चलाएंगे।
पत्रकार वार्ता में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान के प्रांत प्रमुख डॉ बिरेन्द्र साहु, विहिप क्षेत्र अध्यक्ष रामस्वरूप रुंगटा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सहसंघचालक अशोक श्रीवास्तव, अभियान समिति के कार्याध्यक्ष तिलक राज मंगलम और समिति के उपाध्यक्ष मुकुंद नायक सहित अन्य लोग उपस्थित थे।