Kanpur groom killed in Pahalgam attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बायसरन घाटी के एक भीड़भाड़ वाले पर्यटन स्थल पर आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। इस कायराना हमले में आतंकियों ने कथित तौर पर लोगों का धर्म और नाम पूछकर गोली मारी।
मृतकों में कानपुर के 31 वर्षीय शुभम द्विवेदी भी शामिल हैं, जो अपनी पत्नी ऐशान्या के साथ हनीमून के लिए पहलगाम गए थे। शुभम की शादी 12 फरवरी 2025 को हुई थी, और यह उनकी शादी के बाद दूसरी यात्रा थी।
हमला दोपहर करीब 2:50 बजे बायसरन मीडो, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है, में हुआ। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, 4-6 आतंकियों ने सैन्य वर्दी में पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की।
शुभम उस समय अपनी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ घोड़े पर सैर कर रहे थे। शुभम के चचेरे भाई सौरभ द्विवेदी ने बताया कि आतंकियों ने शुभम का नाम और धर्म पूछा, फिर उनके सिर में गोली मार दी।
शुभम की पत्नी ऐशान्या ने आतंकियों से कहा, “मुझे भी मार दो,” जिसके जवाब में एक आतंकी ने कहा, “हम तुम्हें नहीं मारेंगे। तुम्हें जिंदा छोड़ रहे हैं ताकि तुम जाकर अपनी सरकार को बताओ कि हमने क्या किया।” ऐशान्या सदमे में हैं और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सुरक्षित हैं।
शुभम की मौत की खबर मिलते ही उनके महाराजपुर, कानपुर स्थित घर में कोहराम मच गया। शुभम के पिता संजय द्विवेदी, जो एक सीमेंट कारोबारी हैं, और परिवार ने सरकार से आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और शुभम के शव को जल्द से जल्द घर लाने की मांग की है। सौरभ ने कहा, “आतंकियों ने जिस तरह मेरे भाई को मारा, सरकार को भी उसी तरह बदला लेना चाहिए।”
परिवार के 11 सदस्य, जिनमें ऐशान्या और उनके ससुराल वाले शामिल हैं, पहलगाम में मौजूद थे। बुधवार शाम तक अधिकांश सदस्य दिल्ली पहुंच गए, जहां से वे शुभम के शव को प्राप्त करेंगे। शव को पहले दिल्ली लाया जाएगा, फिर कानपुर। इसके बाद, परिवार शुभम के शव को उनके पैतृक गांव हाथीपुर, कानपुर ले जाएगा, जहां अंतिम संस्कार होगा।
हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और आतंकियों की तलाश में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम श्रीनगर पहुंची है और जांच कर रही है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर सैफुल्लाह कासूरी उर्फ खालिद और दो अन्य रावलकोट-आधारित आतंकियों का हाथ है।
PM मोदी ने सऊदी अरब का दौरा बीच में छोड़कर दिल्ली लौटकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ आपात बैठक की। उन्होंने X पर लिखा, “पहलगाम में आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। इस जघन्य कृत्य के पीछे शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।” गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंचे और उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की।