अमृतसर: कांग्रेस की ओर से सीएम फेस की रेस में रहे नवजोत सिंह सिद्धू अब अपनी ही सीट पर फंसे दिख रहे हैं।
अमृतसर पूर्व सीट से चुनाव लड़ रहे सिद्धू एक बार फिर से वैष्णो देवी की यात्रा पर निकल गए हैं। एक सप्ताह के भीतर यह वैष्णो देवी की उनकी दूसरी यात्रा है।
20 फरवरी को मतदान होना है और उससे पहले उनके वैष्णो देवी जाने को लेकर कहा जा रहा है कि हिंदू समुदाय को लुभाने के लिए वह ऐसा कर रहे हैं।
दरअसल अकाली दल से यहां बिक्रम सिंह मजीठिया मुकाबले में उतरे हैं और माना जा रहा है कि वह कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
अमृतसर ईस्ट सीट हिंदू बहुल है और सिद्धू के लिए चुनावी लड़ाई उतनी आसान नहीं है, जितनी समझी जा रही थी।
एक तरफ नवजोत सिंह सिद्धू वैष्णो देवी की यात्रा पर निकले हैं तो उनकी पत्नी नवजोत कौर ने विधानसभा क्षेत्र में मोर्चा संभाल लिया है और पति के लिए वोट मांग रही हैं।
वह यह कहते हुए वोट मांग रही हैं कि सिद्धू के पास पूरे राज्य की जिम्मेदारी है, इसलिए मैं आप लोगों के बीच हूं। उन्होंने दावा किया कि कई लोगों ने शिकायत की है कि मजीठिया के लोगों ने उनको धमकी दी है।
इससे पहले 2 फरवरी को भी सिद्धू वैष्णो देवी पहुंचे थे। एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, ‘इस सीट पर हिंदुओं की अच्छी खासी आबादी है।
हर वोट मायने रख रहा है। शायद यही वजह है कि वह हिंदू समुदाय को लुभाने के लिए भी वैष्णो देवी जा रहे हैं। मजीठिया के साथ उनका मुकाबला कड़ा हो चुका है।
‘ इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमें वह खुद को अमृतसर के लिए समर्पित बताते दिख रहे हैं।
इस वीडियो में अरुण जेटली के लिए अपनी अमृतसर लोकसभा सीट छूटने का दर्द भी जताते दिख रहे हैं। सिद्धू ने कहा कि अकाली दल की ही साजिश थी कि वह अमृतसर से दूर चले जाएं।
गौरतलब है कि अमृतसर पूर्व सीट पंजाब चुनाव में बेहद दिलचस्प हो गई है। बिक्रम सिंह मजीठिया ने सिद्धू की चुनौती को स्वीकार करते हुए इसी सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है।
कहा यह भी जा रहा है कि मजीठिया को अन्य दलों की ओर से भी अंदरखाने समर्थन किया जा रहा है ताकि सिद्धू को हराया जा सके।