नई दिल्ली: नवजोत सिंह सिद्दू के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने आलाकमान को ये पहले ही कहा था। पंजाब जैसे बॉर्डर के राज्य के लिये सिद्दू उपयुक्त व्यक्ति नहीं हैं।
वहीं आईएएनएस से बातचीत में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन बंसल ने कहा, ये सिद्दू का निजी का फैसला है।
उन्होंने क्या किया, इस पर कोई और क्या कह सकता है! आलाकमान ने उनपर भरोसा कर के ही ये पद उन्हें सौंपा था।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्तचरण दास ने कहा, ये पंजाब कांग्रेस की राजनीति के लिए अच्छी बात नहीं है।ये सिद्दू की महत्वकांक्षी प्रतिक्रिया का ही नतीजा है।
सिद्दू पहले भी अपनी बयानबाजी से कांग्रेस पार्टी के नेताओं का दिल दुखाते रहे हैं, हालांकि उनका इस्तीफा कांग्रेस पार्टी के लिये अच्छी बात नहीं है। पार्टी को अब पंजाब में नए सिरे से मेहनत करनी होगी।
गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। 72 दिन के भीतर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। जोकि कांग्रेस पार्टी में बेहद चौंकाने वाला है।
सिद्धू ने मंगलवार को सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया है।
सिद्धू ने ट्वीट कर के ये जानकारी दी। हालांकि सिद्धू ने ये भी स्पष्ट लिखा है कि वह कांग्रेस पार्टी में बने रहेंगे।
गौरतलब है कि पंजाब कांग्रेस में पिछले कुछ महीनों से कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था। उन दिनों लगातार मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की निंदा नवजोत सिंह सिद्धू खुलेआम करते रहे।
अपने इसी अंदाज में सिद्धू ने कैप्टन की निंदा करते हुए एक दिन उनके मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।
हालांकि इसके बाद दोनों नेताओं के बीच विवाद लगातार बढ़ता गया। इस तमाम गतिरोध के बीच अमरिंदर सिंह ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और सिद्धू को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया।
हालांकि नाराज अमरिंदर सिंह ने कई बार हाईकमान से बातचीत की, लेकिन राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने कैप्टन की जगह सिद्धू को ही महत्व दिया और आज उसी सिद्धू ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया।