नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) क्षेत्र में कई कुंवारे लोग श्रद्धा वालकर हत्याकांड के बाद आवास (Resident) खोजने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
कई मकान मालिकों ने अविवाहित (Unmarried) किरायेदारों से अपने घरों को खाली करा लिया है। नोएडा (Noida) की हाउसिंग सोसाइटी (Housing Society) में तो बकायदा पोस्टर (Poster) लगा दिया गया है कि कुंवारे लोगों को सोसायटी (Society) में फ्लैट (Flat) किराये पर नहीं मिलेगा।
नोएडा की अंतरिक्ष सोसायटी के प्रवेश द्वार पर ऐसा ही एक पोस्टर लगा है। नोएडा में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट (Supertech Emerald Court) के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (Residents Welfare Association) ने मकान मालिकों को नोटिस (Notice) जारी किया है कि वे अविवाहित लोगों को अपना फ्लैट किराए पर न दें।
सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया ने कहा आपने श्रद्धा और ऐसे मामले देखे हैं जो यहां हो रहे हैं। कौन जिम्मेदार है? RWA या समाज के सुरक्षाकर्मी जिम्मेदार होंगे।
शिवांक प्रताप ने कहा
इसलिए हम सावधान रह रहे हैं। हालांकि इस तरह के आदेशों की कानूनी मान्यता नहीं है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के वकील शिवांक प्रताप ने कहा एक सोसायटी ऐसा कोई नोटिस (Society) नहीं दे सकती है।
यह अवैध है। जब हम यहां वैधता का परीक्षण करते हैं तो कुछ बातों पर विचार करना होता है। रेंट एग्रीमेंट मालिक और किरायेदार के बीच होता है तो सोसायटी की एसोसिएशन (Association of Societies) कहां से आ गई?
अगर कोई बेदखली नोटिस दिया जाता है तो यह संपत्ति के मालिक द्वारा दिया जा सकता है। नोएडा (Noida) की एक सोसाइटी के निवासी संजय सिंह ने कहा ये लड़के आसपास के कॉलेजों से आते हैं और उन्हें लगता है कि हॉस्टल (Hostel) में रहना बहुत ही प्रतिबंधात्मक है।
इसलिए आजादी के लिए वे यहां आते हैं। एक अन्य निवासी संजय श्रीवास्तव ने कहा समस्या यह है कि जब शुक्रवार आता है और उनका सप्ताहांत होता है तो वे बहुत पार्टी और हंगामा करते हैं। यह हमें परेशान करता है।