बीजिंग: चीनी विदेश मंत्री वांगयी ने 29 जनवरी को फ्रांसीसी राष्ट्रपति के विदेशी मामलों के सलाहकार बोना के साथ 21वीं चीन-फ्रांस रणनीतिक वार्ता की अध्यक्षता की।
वांगयी ने कहा कि चीन और फ्रांस को राष्ट्रीय प्रभुसत्ता और प्रादेशिकअखंडता का सम्मान करने, एक दूसरे के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप न करने आदि राजनीतिक आधार पर कायम रहते हुए आपसी रणनीतिक विश्वास मजबूत करना चाहिए और द्विपक्षीय संबंधों की स्थिरता बढ़ानी चाहिए, ताकि अनिश्चित दुनिया में अधिक उम्मीद जगाई जा सके।
वांगयी ने कहा कि चीन-फ्रांस रणनीतिक वार्ता की व्यवस्था स्थापित होने के बाद पिछले 20 सालों में सहमति कायम करने और चीन-फ्रांस संबंधों के स्वस्थ व सतत विकास बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाई गई।
दोनों देशों को नई ऊर्जा, डिजिटल अर्थव्यवस्था, कृषि प्रौद्योगिकी और हरित विकास में नवाचार सहयोग मजबूत करना चाहिए।
वांगयी ने कहा कि चीन-यूरोप संबंधों का वैश्विक प्रभाव है।
चीन रणनीतिक स्वतंत्रता कायम रखने में यूरोपीय संघ का समर्थन करता है।
यह यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के समान और दीर्घकालीन हितों के अनुरूप है।
दोनों पक्षों को बहुपक्षवाद को बढ़ाते हुए और अधिक अंतर्राष्ट्रीय सहमति बनानी चाहिए।
बोना ने कहा कि चीन, फ्रांस का महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है। फ्रांस बहुपक्षवाद का पूरा समर्थन करता है।
आशा है कि वैक्सीन, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता आदि महत्वपूर्ण विश्व और क्षेत्रीय मामलों में चीन के साथ सहयोग और संपर्क लगातार बढ़ेगा।
(साभार-चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)