मलेशिया में बैठकर जमशेदपुर के लोगों को ऐसे ठग रहे साइबर क्रिमिनल, पुलिस ने मुख्यालय भेजे इतने मामले…

बता दें कि बिहार पुलिस ने साइबर ठगी का अंतरराष्ट्रीय गैंग (International Gang) चलाने वाले एक गिरोह को पिछले दिनों पकड़ा था

News Aroma Media

जमशेदपुर : आज के दौर में हम Money Transfer डिजिटल तरीके (Digital Methods) से आसानी से कर सकते हैं, तो साइबर क्रिमिनल इसी तरीके से आसानी से ठगी भी कर सकते हैं।

झारखंड में जमशेदपुर के अनेक लोगों को मलेशिया (Malaysia) में बैठे साइबर क्रिमिनल ठग रहे हैं। साइबर ठग Malaysia के नंबर से कॉल करते हैं।

उसी नंबर से Whatsapp Message भेजकर लोगों को ठग रहे हैं। इस तरह के 12 मामले पुलिस के पास आए हैं। पुलिस ने इन्हें रांची मुख्यालय भेजा है, ताकि उनका विवरण प्राप्त हो सके।मलेशिया में बैठकर जमशेदपुर के लोगों को ऐसे ठग रहे साइबर क्रिमिनल, पुलिस ने मुख्यालय भेजे इतने मामले… Sitting in Malaysia, the people of Jamshedpur are being cheated like this by cyber criminals, the police sent so many cases to the headquarters…

नौकरी का झांसा दे रहे साइबर ठग

यहां के लोगों को साइबर ठग (Cyber Thug) नौकरी का झांसा देते हैं। भेजे गए नंबर से ही Whatsapp Group बनाया जाता है। उस ग्रुप में लोगों को शामिल किया जाता है।

जिनके नाम शामिल किए जाते हैं, पहले उन्हें व्यक्तिगत रूप से मैसेज भेजकर नौकरी का झांसा दिया जाता है।

इसमें चर्चित App में किसी सेलिब्रिटी के प्रोफाइल (Celebrity Profiles) को फॉलो और उसके पोस्ट को शेयर करने के लिए कहा जाता है।

उसके बाद रुपये डबल करने के नाम पर अकाउंट में रुपये मंगा लिए जाते हैं।मलेशिया में बैठकर जमशेदपुर के लोगों को ऐसे ठग रहे साइबर क्रिमिनल, पुलिस ने मुख्यालय भेजे इतने मामले… Sitting in Malaysia, the people of Jamshedpur are being cheated like this by cyber criminals, the police sent so many cases to the headquarters…

पुलिस कर रही मामले की जांच

बता दें कि बिहार पुलिस ने साइबर ठगी का अंतरराष्ट्रीय गैंग (International Gang) चलाने वाले एक गिरोह को पिछले दिनों पकड़ा था।

बताया जाता है कि उसके सरगना ने Malaysia में ही हैकिंग का कोर्स (Hacking Course) किया था। उसके बाद ठगी शुरू की थी।

उसका राजस्थान से भी संपर्क था। इस आधार पर भी पुलिस जांच कर रही है।

साइबर थाना प्रभारी उपेंद्र मंडल कहते हैं कि जिस Whatsapp Number से ठगी की जा रही है, वह Malaysia के कोड वाला है।

उस नंबर की पूरी जानकारी के लिए मुख्यालय से विवरण मांगने की प्रक्रिया चल रही है।

साथ ही लोकल सपोर्टिंग कॉल (Supporting Call) के बार में पता लगाया जा रहा है।