नई दिल्ली: स्नेहा दुबे Sneha Dubey ने पहले प्रयास में ही यूपीएससी में सफलता की थी। पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान के झूठ को बेनाकाब करने वाली स्नेहा 2012 बैच की आईएफएस अफसर हैं। आईएफएस बनने के बाद उनकी नियुक्ति विदेश मंत्रालय में हुई।
इसके बाद साल 2014 में भारतीय दूतावास मैड्रिड में उनकी नियुक्ति हुई। कुछ साल बाद उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव के रूप में नियुक्त किया गया।
स्नेहा दुबे Sneha Dubey को पहले से ही अंतरराष्ट्रीय मामलों में बहुत रुचि थी जिसके चलते उन्होंने भारतीय विदेश सेवा में जाने का फैसला लिया।
आईएफएस बनने के बाद उन्हें विदेश मंत्रालय में नियुक्त मिली। 2014 में भारतीय दूतावास मैड्रिड में भेजा गया।
वर्तमान में वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव हैं। स्नेहा ने जेएनयू से पढ़ाई की है। उन्होंने यहां से एमए और एफफिल किया है।
उनकी शुरुआती शिक्षा गोवा में और फिर पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से ग्रेजुएट किया। उनकी फैमिली में वह पहली सिविल सेवा अफसर हैं।
शुरुआती शिक्षा गोवा और फिर JNU से M.A और एमफिल किया
स्नेहा ने जेएनयू से एमए और एमफिल किया है। स्नेहा की शुरुआती शिक्षा गोवा में हुई। इसके बाद उन्होंने पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से स्नातक किया।
जानिए स्नेहा दुबे Sneha Dubey ने कैसे कर दी इमरान खान की बोलती बंद
संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे Sneha Dubey ने कहा कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने भारत के आंतरिक मामलों को दुनिया के मंच पर लाने और झूठ फैलाकर प्रतिष्ठित मंच की छवि खराब करने की कोशिश की है।
हमनें उनके इस प्रयास के जवाब में ‘राइट टू रिप्लाई’ का इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान और झूठ के लिए वो हमारी सामूहिक अवमानना और सहानुभूति के पात्र हैं।
स्नेहा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच का पाकिस्तान ने गलत इस्तेमाल किया है।