Sodium Blast in Chhattisgarh school: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सेंट विंसेंट पालोटी स्कूल में एक चौथी कक्षा की छात्रा के साथ दर्दनाक हादसा हुआ। जब 10 वर्षीय छात्रा स्तुति मिश्रा वॉशरूम गई और टॉयलेट का फ्लश दबाया, तभी अचानक ब्लास्ट हो गया। इस धमाके में बच्ची गंभीर रूप से झुलस गई और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
ब्लास्ट कैसे हुआ?
घटना की जांच में सामने आया कि किसी ने पहले से टॉयलेट में सोडियम रखा हुआ था। सोडियम एक ऐसा केमिकल है, जो पानी के संपर्क में आते ही तेज़ धमाके के साथ जल उठता है। जैसे ही बच्ची ने फ्लश दबाया, पानी के संपर्क में आते ही सोडियम में ब्लास्ट हो गया।
स्कूल प्रशासन सवालों के घेरे में
यह घटना स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। कुछ पेरेंट्स ने आरोप लगाया है कि पहले भी स्कूल में इस तरह की लापरवाहियां देखी गई हैं, लेकिन प्रबंधन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए। पैरेंट्स ने सवाल किया कि बच्चों के पास खतरनाक केमिकल कैसे आया और स्कूल में इतनी बड़ी गलती कैसे हो गई?
टीचर्स ने कैसे बचाया बच्ची को?
ब्लास्ट के बाद बच्ची की जोरदार चीख सुनकर स्कूल के शिक्षक और अन्य छात्र वॉशरूम की ओर दौड़े। चूंकि दरवाजा अंदर से बंद था, इसलिए टीचर्स ने दरवाजा तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला। इस घटना के बाद स्कूल में हड़कंप मच गया।
क्या किसी छात्र की शरारत थी?
स्कूल प्रबंधन का मानना है कि यह किसी शरारती छात्र की हरकत हो सकती है। जांच में पता चला कि सोडियम को जानबूझकर वॉशरूम में रखा गया था, ताकि कोई फ्लश दबाए और धमाका हो जाए। हालांकि, स्कूल ने इस बात से इनकार किया है कि किसी छात्र का झगड़ा हुआ था या किसी को जानबूझकर निशाना बनाया गया था।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम की जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने सैंपल इकट्ठा किए और अब रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच की जा रही है। पुलिस सभी छात्रों, स्कूल स्टाफ और प्रबंधन से पूछताछ कर रही है।
छात्रा का इलाज जारी
गंभीर रूप से झुलसी बच्ची का इलाज बिलासपुर के बर्न एंड ट्रॉमा यूनिट अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है।
बच्चों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना के बाद पेरेंट्स स्कूल प्रशासन से सवाल कर रहे हैं कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। कई माता-पिता इस बात से चिंतित हैं कि अगर स्कूल में कोई भी खतरनाक चीज लाना इतना आसान है, तो बच्चों की जान को हमेशा खतरा बना रहेगा।
क्या सख्त कार्रवाई होगी?
बिलासपुर के सीएसपी निमितेश सिंह ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। अगर यह किसी छात्र की शरारत थी, तो स्कूल को अपनी सुरक्षा नीतियों को और सख्त बनाना होगा। वहीं, अगर यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था, तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।