नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल तथा रसोई गैस के मूल्य में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है।
ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर ईंधन पर लगने वाले एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा करती है तो भी आम लोगों को काफी राहत मिलेगी।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में सोनिया गांधी ने कहा है कि लोग सरकार का चयन इसलिए करते हैं ताकि उनकी समस्याओं को समाधान हो सके लेकिन वर्तमान में स्थिति उलटी है।
यहां सरकार नित नये कर लगाकर लोगों का बोझ बढ़ाने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार से आग्रह है कि ईंधन की कीमतों में तत्काल कमी कर किसान, गरीबों और आम आदमी को राहत दें।
पत्र के जरिए सोनिया ने मोदी सरकार पर अपनी सरकार के कुप्रबंधन के लिए विपक्ष पर आरोप लगाने को लेकर भी तंज कसा।
उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार के लगभग सात साल पूरे हो गए हैं लेकिन अब भी वे अपने आर्थिक कुप्रबंधन के लिए पिछली सरकारों को दोषी ठहरा रहे हैं।
कच्चे तेल की कीमतों को लेकर उन्होंने दावा किया कि देश में 2020 में कच्चे तेल का उत्पादन पिछले 18 साल के न्यूनतम स्तर पर है।
पेट्रोल-डीजल के साथ रसोई गैस की कीमतों में उछाल को लेकर भी सोनिया गांधी ने कहा कि दिसंबर, 2020 से लेकर अब तक ढाई महीने में प्रत्येक सिलेंडर की कीमत 175 रुपये बढ़ी है।
आखिर इस वृद्धि का क्या औचित्य है?