कोलकाता: भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की हालत स्थिर है। शनिवार को हार्ट अटैक के बाद उन्हें दक्षिण कोलकाता के वुडलैंड अस्पताल में भर्ती किया गया।
रविवार को अस्पताल प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि सौरव गांगुली फिलहाल आईसीसीयू में भर्ती हैं।
उनकी पत्नी डोना गांगुली और बेटी सना गांगुली रातभर अस्पताल में ही रहे।
अस्पताल की ओर से उनके रहने की विशेष व्यवस्था की गई थी। दोनों ने गांगुली से बातचीत भी की।
दादा ठीक से बातचीत कर रहे हैं। रात को उन्होंने चिकन स्टू, टोस्ट और फल खाया है।
जिम करते समय सीने में हुआ दर्द
उल्लेखनीय है कि शनिवार सुबह जिम करने गए सौरव गांगुली के सीने में दर्द हुआ था। जब वे घर लौटकर आए तो अपराह्न के समय उनके सिर में चक्कर आने लगा और वे गिर पड़े।
उन्हें तुरंत वुडलैंड अस्पताल ले जाया गया, जहां एंजियोग्राफी के बाद पता चला कि गांगुली के दिल की तीन धमनियों में ब्लॉकेज हो गए थे।
एक धमनी तो 90 फीसदी तक ब्लॉक हो गई थी। सर्जरी कर एक स्टेंट प्रत्यारोपित किया गया है।
भविष्य में उनके शरीर में दो और स्टेंट प्रत्यारोपित करने के बारे में डॉक्टर विचार कर रहे हैं। फिलहाल सोमवार तक उन्हें अस्पताल में रखने का निर्णय लिया गया है।
पांच डॉक्टरों की टीम कर रही इलाज
उनके इलाज के लिए पांच डॉक्टरों की टीम बनाई गई है। सर्जरी के बाद उनकी हालत में सुधार हुआ है।
देर शाम 6:00 बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उन्हें देखने अस्पताल गई थीं।
सौरव गांगुली ने उनसे हंसकर बात की और जब मुख्यमंत्री ने उनके स्वास्थ्य का हालचाल पूछा तब खुद को “ठीक” (बांग्ला में- भालो) बताते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली थी।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी सौरव को देखने गए थे। उनसे भी दादा ने बातचीत की।
इसके अलावा सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष के कई नेता, मंत्रियों ने दादा से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में हालचाल जाना है।
गांगुली की तबीयत बिगड़ने के बाद पूरे देश के दिग्गज राजनीतिज्ञों से लेकर खेल जगत की हस्तियों ने चिंता जाहिर की है।
हालांकि रविवार सुबह अस्पताल सूत्रों ने बताया कि उनकी हालत में सुधार है। चिंता की कोई बात नहीं है।
गृहमंत्री अमित शाह का फोन
शनिवार को ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सौरव गांगुली की पत्नी डोना गांगुली को फोन कर दादा के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और हर तरह की केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया था।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष भी कह चुके हैं कि सौरव गांगुली को आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली ले जाया जाएगा और केंद्र सरकार उनकी चिकित्सा का सारा खर्च वहन करेगी।