जौनपुर: समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने जाति के आधार पर भेदभाव और गरीबों पर अत्याचार का शुक्रवार को आरोप लगाया।
यादव (82) ने जौनपुर में एक चुनाव जनसभा में कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा गरीबों, युवाओं और समाज के उपेक्षित वर्ग के लिए काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘देश आज बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिनमें जाति के आधार पर भेदभाव और अन्याय, गरीबों पर हो रहे अत्याचार शामिल हैं।’’
मैनपुरी से लोकसभा सदस्य यादव ने जौनपुर में कहा कि गरीबों के लिए कोई विशेष सुविधा नहीं है, शिक्षित युवा बेरोजगार हैं जबकि फसल पैदा करने वाले किसानों को उनकी उपज का पर्याप्त मूल्य नहीं मिलता है, ऐसे में सबसे बड़ी जिम्मेदारी सपा की होती है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सपा ने हमेशा गरीब, युवा, अशिक्षित और समाज के उपेक्षित वर्ग के लिए काम किया है।
उन्होंने कहा, “आपके सामने एक चुनौती यह है कि इतनी मेहनत करने के बावजूद किसानों को उनकी फसलों का पर्याप्त मूल्य नहीं मिलता है।
उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा है। किसानों की उपेक्षा की जा रही है। पढ़े-लिखे युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।’’
यादव ने यह भी दावा किया कि केवल उनकी ही पार्टी राज्य में बेरोजगारी का मुद्दा उठा रही है। उन्होंने कहा कि अगर सपा सरकार बनाती है तो यह युवाओं को लोगों की सेवा करने के लिए रोजगार और अवसर प्रदान करेगी।
जनसभा में भारी संख्या में लोगों की भीड़ को देखते हुए यादव ने कहा कि यह स्थिति साबित करती है कि लोगों का सपा में विश्वास है और उनका विश्वास सही है क्योंकि सपा वही करती है जो वह कहती है।
उन्होंने कहा कि जब व्यापारी अधिक काम करेंगे तो जनता को भी अधिक सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने राज्य में सपा की सरकार बनने पर कारोबारी समुदाय को समर्थन देने का आश्वासन दिया।
सपा संस्थापक अपने लंबे समय से सहयोगी रहे पारसनाथ यादव के बेटे लकी यादव के समर्थन में जौनपुर में आये थे जो जौनपुर जिले की मल्हनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और मल्हनी के विधायक पारसनाथ यादव के निधन के बाद मल्हनी में नवंबर 2020 में उपचुनाव हुआ था जहां उनके बेटे लकी यादव सपा उम्मीदवार के रूप में विजयी हुए थे।
सात मार्च को सातवें और आखिरी चरण का मतदान होगा और चुनाव परिणाम 10 मार्च को घोषित किया जाएगा।