रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि केंद्र और राज्य के बीच बेहतर समन्वय हो और कार्यप्रणाली मजबूत बनी रहे, यह जरूरी है।
इसी कड़ी में मैंने यहां गृह मंत्री अमित शाह और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी से मुलाकात की है।
बुधवार को दिल्ली में ही मीडिया से बात करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि वह लगातार केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर रहे हैं। सबके साथ शिष्टाचार मुलाकात हुई है।
इसी क्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड सरकार को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
इस आश्वासन के बाद उनकी उम्मीदें केंद्र सरकार से बढ़ी हैं।
केंद्र से फंड नहीं मिलने के संबंध में पूछे गये एक सवाल के जवाब में श्री सोरेन ने कहा कि गृह मंत्री को सारी बातें मालूम रहती हैं।
गृह मंत्री की नजर पूरे देश की समस्याओं पर रहती है।
हेमंत ने कहा कि इस बार दिल्ली कोई विशेष कार्ययोजना लेकर नहीं आये हैं।
अगली बार विशेष प्रयोजन के तहत दिल्ली आयेंगे, तो पूरी तैयारी कर आयेंगे।
झारखंड के बजट के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बजट में महिलाओं और बच्चों पर विशेष जोर रहेगा।
उन्होंने कहा कि बजट की रूपरेखा तय की जा रही है।
केंद्र सरकार के पक्षपात के सवाल पर उन्होंने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति में राज्यों की केंद्र से उम्मीदें अधिक हैं।
उम्मीद से कम मिलता है तो स्वाभाविक रूप से सौतेला व्यवहार महसूस होता है। केंद्र सरकार के सबसे अधिक उपक्रम झारखंड में हैं।
इनसे राज्य के व्यवसायिक रिश्ते उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं, लेकिन आजादी के बाद से किसी सरकार ने इस दिशा में पहल नहीं की।
अब तह तक जाने पर सारी चीजें सामने आ रही हैं।
भाजपा के अॉपरेशन लोटस के संबंध में पूछे जाने पर श्री सोरेन ने कहा कि इसका झारखंड में कोई वजूद नहीं है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हर मोर्चे पर सजग है।