रांची: कल यानी 11 नवंबर को झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र (Jharkhand Assembly Special Session) आयोजित किया गया है।
इस सत्र को विस्तारित सत्र भी कहा जा रहा है क्योंकि क्योंकि मानसून सत्र (Monsoon Session) का विधिवत समापन नहीं हो पाया था और सत्र बीच में ही स्थगित करना पड़ गया था।
विशेष सत्र में सरकार स्थानीयता तथा आरक्षण विधेयक पेश करने की तैयारी में है। ऐसे में सत्तापक्ष और विपक्ष कल होने वाले विशेष सत्र के लिए रणनीति बनाने में जुट गए है।
जहां हरमू स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय (BJP State Office) में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है वहीं UPA के विधायक मुख्यमंत्री आवास में जुटेंगे।
कांग्रेस विधायक दल के नेता और संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) ने बताया है कि शाम 4 बजे से कांके स्थित मुख्यमंत्री आवास में यूपीए विधायक दल की बैठक होनी है।
1932 के खतियान पर आधारित स्थानीय नीति पर होगी चर्चा
UPA विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) करेंगे। इसमें कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी शामिल होंगे।
बैठक में सभी विधायकों को उपस्थित होने का सख्त निर्देश दिया गया है। चूंकि, कल होने वाले विशेष सत्र में सरकार 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीय नीति और OBC, SC-ST आरक्षण विधेयक पेश करने वाली है तो इसे लेकर ठोस रणनीति पर चर्चा होगी।
हालिया सियासी घटनाक्रम के मद्देनजर विपक्ष के हमलावर होने की पूरी उम्मीद है। ऐसे में यूपीए विधायक दल (UPA Legislature Party) की बैठक में विपक्ष के हमलों से निपटने और पलटवार करने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
विधायकों को खास निर्देश दिए जाएंगे। बता दें कि बीते दिनों झामुमो के वरिष्ठ नेता स्टीफन मरांडी (Stephen Marandi) की अध्यक्षता में UPA की अहम बैठक हुई थी।
उसमें स्थानीय नीति में छूट रहे लोगों को शामिल करने पर चर्चा हुई थी। आज की बैठक में ये मसला भी केंद्र में रहेगा।