लंदन: शीर्ष वरीयता प्राप्त ऑस्ट्रेलिया की महिला टेनिस खिलाड़ी एश्ले बार्टी, जिन्होंने शनिवार को अपना पहला विंबलडन खिताब जीता था, एक पेशेवर क्रिकेटर भी हैं और उन्होंने महिला बिग बैश लीग (डब्ल्यूबीबीएल) में भी खेला था।
बहुत से लोग नहीं जानते लेकिन बार्टी एक पेशेवर क्रिकेटर थीं। उन्होंने 2015 में ब्रिस्बेन हीट के लिए खेला था।
उन्होंने 2014 में अपने टेनिस करियर से ब्रेक लिया था और एक साल बाद उन्होंने डब्ल्यूबीबीएल में ब्रिस्बेन हीट का प्रतिनिधित्व किया।
हालांकि, उन्होंने 2016 में टेनिस में वापसी की और शनिवार को उन्होंने अपना पहला विंबलडन खिताब जीता।
ऑस्ट्रेलियाई टेनिस खिलाड़ी बार्टी ने नवंबर 2015 में दो लिस्ट ए मैचों में क्वींसलैंड का भी प्रतिनिधित्व किया था और 19 साल की उम्र में, उन्हें कुछ समय के लिए ऑस्ट्रेलिया की अंडर -15 महिला क्रिकेट टीम का कोच भी बनाया गया था।
बता दें कि शनिवार को बार्टी ने यहां सेंटर कोर्ट में हुए फाइनल मुकाबले में चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा को 6-3, 6-7, 6-3 से हराकर विंबलडन का खिताब जीता था।
खास बात यह है कि वर्ष 2012 के बाद यह पहली बार था जब विंबलडन महिला फाइनल तीसरे और निर्णायक सेट में गया था।
नौ साल पहले, सेरेना विलियम्स ने सेंटर कोर्ट में महिला फाइनल में एग्निज़्का रदवांस्का को तीन सेटों में हराया था।
बार्टी ने इससे पहले 2019 में फ्रेंच ओपन का खिताब जीता था और विंबलडन जीतने के बाद बार्टी ने अपना दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम किया है।