नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड का मानना था कि महेन्द्र सिंह धोनी को 2019 विश्व कप में नहीं खेलना चाहिए था। द्रविड़ ने ये बात धोनी के ही बयान पर कही थी।
साल 2017 में द्रविड़ ने कहा था कि अगर धोनी को लगता है कि वो 2019 विश्व कप में नहीं खेलेंगे तो ये फैसला कोई हैरानी वाला नहीं होगा।
वहीं अगर धोनी अपने को विश्व कप की टीम में नहीं देखते तो उनकी टाइमिंग सही है। द्रविड़ का कहना था कि धोनी को पता है कि उन्हें कब क्रिकेट को अलविदा कहना है।
द्रविड़ ने ये भी कहा था कि धोनी के लिए अच्छा मौका है कि वो एकदिवीसय कप्तानी विराट कोहली को सौंप दें जिससे विश्व कप में उनके पास अच्छा अनुभव हो। धोनी ने ऐसा ही किया था।
साल 2017 में विराट कप्तान बने हालांकि धोनी 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में खेले और टीम सेमीफाइनल तक पहुंची।
यही मुकाबला धोनी का आखिरी मैच भी साबित हुआ और पूर्व भारतीय कप्तान ने 15 अगस्त 2020 को संन्यास ले लिया।
द्रविड़ धोनी के एक ऐसे हुनर के कायल थे जो बहुत कम खिलाड़ियों में दिखाई देता है।
दबाव भरे लम्हों में खुद को शांत रखने की कला धोनी के अंदर थी और द्रविड़ का मानना था कि ऐसा करने की शक्ति ट्रेनिंग के जरिए ही मिलती है। द्रविड़ का कहना था कि उनके अंदर धोनी जैसा हुनर कभी नहीं रहा।