चंडीगढ: मोहाली के अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम का नाम पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित महान हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर के नाम पर रखा गया।
बलबीर सिंह सीनियर की 25 मई को पहली पुण्यतिथि के मौके पर औपचारिक श्रद्धांजलि समारोह के दौरान यह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम उनके नाम पर समर्पित किया गया।
राज्य के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने कहा कि कोरोना महामारी का खतरा कम होने पर इस स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि खेल मंत्रालय बलबीर सिह सीनियर के नाम पर राज्य के खिलाड़ियों के लिए छात्रवृत्ति शुरू करेगा और उनकी याद में स्टेडियम के प्रवेश द्वार पर उनकी मूर्ति लगाई जाएगी। मंत्री ने बलबीर सिंह की याद में पौधे लगाए।
तीन बार ओलंपिक चैंपियन रहे बलबीर सिंह सीनियर का ओलंपिक फाइनल का रिकॉर्ड अब तक अजेय है।
उन्होंने 1952 के ओलंपिक खेल के फाइनल मैच में पांच गोल किए थे और उनके इस प्रदर्शन के दम पर भारत ने नीदरलैंडस को 6-1 से करारी शिकस्त दी थी।
बलबीर सिंह सीनियर 1971 की विश्व कप विजेता भारतीय हॉकी टीम के मैनेजर और मुख्य कोच थे।
उन्होंने खेल विभाग पंजाब के डायरेक्टर के तौर पर सेवाएं देने के अलावा युवाओं को खेल की ओर प्रोत्साहित किया।