कोलकाता: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और वर्तमान में भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली के एक बार फिर राजनीति में आने को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। अब तृणमूल कांग्रेस उन्हें राज्यसभा में भेज सकती है।
गुरुवार को गांगुली के 49वें जन्मदिन पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनके घर गई थीं और करीब 45 मिनट तक वक्त बिताया था।
वैसे तो दोनों ओर से बताया गया है कि यह महज सौजन्य मुलाकात थी और दादा को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए दीदी गई थीं।
विश्वस्तों ने बताया है कि तृणमूल कांग्रेस ने गांगुली को पार्टी में लाने की कवायद तेज कर दी है।
पार्टी उन्हें राज्यसभा भेजने की तैयारी की जा रही है। ट्विटर पर भी इसे लेकर कई तरह की अटकलें लगातार लगाई जा रही हैं।
इन तमाम अटकलों पर शुक्रवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा है कि सौरव गांगुली साफ-सुथरी छवि के व्यक्ति हैं। बंगाल के गौरव हैं, इसलिए अगर उन्हें राज्यसभा भेजा जाता है तो भारतीय जनता पार्टी को कोई आपत्ति नहीं होगी, बल्कि खुशी होगी।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव से पहले सौरव गांगुली ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी और उसके ठीक एक दिन बाद दिल्ली में एक स्टेडियम के उद्घाटन के दौरान केंद्रीय मंत्री अमित शाह से भी उनकी भेंट हुई थी।
उस समय भी इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
हालांकि इसी दौरान वे बीमार पड़ गए थे। इसके बाद अटकलों पर विराम लग गया था। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
एक दिन पहले ही दादा ने एक बयान जारी कर अपने स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी थी और कहा था कि वह पूरी तरह से फिट हैं।
अब देखने वाली बात होगी कि क्रिकेट के पिच से वह राजनीति के पिच पर नई पारी खेलने के लिए उतरते हैं या नहीं।