Startup Companies Bankrupt: अमेरिका में 3200 से ज्यादा Startup कंपनियां दिवालिया (Companies Bankrupt) हो गई हैं। इसमें निवेशकों का 27.02 अरब डॉलर , भारतीय मुद्रा में 2.25 लाख करोड रुपए स्वाहा हो गया है।
कई स्टार्टअप कंपनियों ने दिवालिया होने के कुछ दिनों पहले ही निवेशकों से भारी निवेश कराया था।उनके साथ सरासर धोखाधड़ी करते हुए कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया है।
स्टार्टअप्स को ट्रैक करने वाली कंसलटिंग फॉर्म पिच (Consulting Form Pitch) बुक की रिपोर्ट के अनुसार We Work Company ने अकेले ही 90000 करोड रुपए निवेशको से जुटाए थे। पिछले डेढ़ महीने में इन सभी कंपनियों ने दिवालिया होने की अर्जी दाखिल की है।
कुछ कंपनियां बंद हो गई है, और कुछ ने काम करना बंद कर दिया है। तकनीकी (टेक)कंपनियों सबसे ज्यादा दिवालिया हुई है। अमेरिका की वेंचर कैपिटल कंपनियां अब तय कर रही है, कि किन कंपनियों को बचाया जाए और किन कंपनियों को बंद किया जाए।
Consulting Firm Pitch Book के अनुसार 3200 प्राइवेट अमेरिकी कंपनियां बंद हो चुकी हैं। इनमें सिलिकॉन वैली (Silicon Valley) की कई स्टार्टअप और फाइनेंशली सर्विस देने वाली कंपनियां भी शामिल है।
नया बिजनेस मॉडल विफल
सोशल मीडिया मोबाइल एप्स (Mobile Apps) की सफलता से ट्रैक स्टार्टअप कंपनियों के लिए धन की बाढ़ आ गई थी। ब्याज की दर कम होने से निवेशकों का स्टार्टअप कंपनियों की तरफ रुझान बढ़ गया था। विज्ञापन की दुनिया में गूगल फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियों में सबसे ज्यादा मुनाफा हुआ है।
वही स्टार्टअप कंपनियों के खर्चे तो वही थे। लेकिन उन्होंने विज्ञापन एवं अन्य आय नहीं हुई। जिसके कारण सबसे ज्यादा टेक एवं सोशल मीडिया कंपनियों की बर्बादी हुई है।
भारत के स्टार्ट अप भी परेशानी में
भारतीय टेक स्टार्टअप (Indian Tech Startup) भी लंबे समय से निवेश की कमी से जूझ रहे हैं। 2023 में फंडिंग मे 72 फीसदी गिरावट हो गई। भारत में केवल दो कंपनियों को ही Unicorn का दर्जा प्राप्त हुआ है। स्टार्टअप का नया मॉडल पूरी तरह से विफल साबित हुआ है। बड़ी कंपनियों के मुकाबले इनका खड़ा हो पाना बहुत मुश्किल होता है।