कोलकाता: हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) ने कोलकाता (Kolkata) में दुर्गा पूजा (Durga Puja) के अपने पंडाल में सत्य, अहिंसा जैसे अपने अतुल्य आदर्शों के लिए पूजे जाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को असुर की जगह दिखाया है।
इसे लेकर चौतरफा निंदा हो रही है। कोलकाता पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज (FIR) की है।
कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने सोमवार को बताया कि कस्बा थाने में प्राथमिकी दर्ज (FIR) कर इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है।
भाजपा ने इस कृत्य की निंदा की
बताया गया है कि दक्षिण कोलकाता (South Kolkata) के रूबी बाईपास इलाके में हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) के दुर्गा पूजा पंडाल में असुर (Asura) की जगह चश्मा और नंगे सिर वाले शख्स को दिखाया गया है, जो हाथों में लाठी लिए हुए हैं।
मूर्ति पूरी तरह से महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) से मिल रही है, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल होने के बाद कोलकाता पुलिस से कार्रवाई (Action) की मांग लगातार की जा रही थी।
विवाद बढ़ने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि महात्मा गांधी को लेकर यह कृत्य दिखाता है कि यह कैसी विचारधारा (Thinking) के लोग हैं।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को भी इस मामले में घसीटा है और इस पर जवाब मांगा है। हालांकि भाजपा (BJP) ने इस कृत्य की निंदा की है।
असुर की जगह महात्मा गांधी जैसे दिखने वाले शख्स की मूर्ति लगाई गई
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा है कि महात्मा गांधी को असुर की जगह दिखाना बेहद आपत्तिजनक (Objectionable) है। ऐसा बिल्कुल नहीं किया जाना चाहिए।
इस संबंध में पूजा आयोजक समिति के सदस्य और हिंदू महासभा के पश्चिम बंगाल कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रचूड़ गोस्वामी ने कहा कि यह महज एक संजोग है कि महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) से असुर की तस्वीर मिल रही है।
हालांकि पुलिस के कहने के बाद हमने मूर्ति (Sculpture) में बदलाव कर दिया है। फिलहाल जो मूर्ति है, उसमें असुर के सिर पर बाल और मूंछें लगाई गई हैं। साथ ही उसके हाथ में ढाल है, जो बापू के हाथ में नहीं थी।
चंद्रचूड़ ने कहा कि आजादी (Independence) के समय महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को उनकी भूमिका के लिए हमेशा आलोचना किया जाना चाहिए।
हम स्वीकार करते हैं कि असुर की जगह महात्मा गांधी जैसे दिखने वाले शख्स की मूर्ति (Sculpture) लगाई गई थी। यह हमारे फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन (Freedom of Expression) का हिस्सा होना चाहिए।
कांग्रेस ने इस कृत्य की निंदा की
अनगिनत फोन कॉल आने लगे, हमने दबाव में मूर्ति में बदलाव किया है। उन्होंने यह भी कहा कि महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) ने ऐसा कुछ नहीं किया है कि उन्हें राष्ट्रपिता (Father of the Nation) कहा जाना चाहिए। उनकी भूमिका इस देश के लिए घातक रही है, इसलिए उन्हें पूजने का कोई औचित्य नहीं बनता।
इस मामले में कांग्रेस (Congress) ने भी इस कृत्य की निंदा की है। पार्टी ने अपने आधिकारिक Twitter पर लिखा है कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा (AIHM) ने कोलकाता में दुर्गा पूजा (Durga Puja) के दौरान गलत तरीके से महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को पेश किया है। यह अपराध (Crime) है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
इसके खिलाफ ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। हम लोग तस्वीर को सोशल मीडिया पर नहीं डाल रहे हैं, क्योंकि ऐसी तस्वीर की इस देश में कोई जगह नहीं है।
इस मामले में कांग्रेस नेता कौस्तव बागची ने कस्बा थाने में प्राथमिकी दर्ज (FIR) कराई है। उन्होंने कहा कि मैंने पुलिस में लिखित शिकायत देकर जीरो एफआईआर (Zero FIR) करने का अनुरोध किया है।