पटना: बिहार में शहरों के मुहल्लों की तरह अब गांवों की गलियां भी रोशन होंगी। गांव की गलियां अब रात होते सोलर लाइटों से जगमगाएंगी। गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य इसी साल दिसंबर महीने से प्रारंभ होने की संभावना है।
पंचायती राज विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सोलर लाइट लगाने को लेकर गांवों में सर्वे का काम कराया जा रहा है।
सर्वे का काम नवंबर महीने मंे पूरा होने की उम्मीद है। इसी सर्वे के आधार पर लाइटें लगाई जाएंगी।
इस योजना के तहत गांवों के हर वार्ड में औसतन दस-दस एलईडी बल्ब लगाने हैं।
इसके तहत यह भी निर्णय लिया गया है कि वार्ड में दस के अलावा आवश्यकतानुसार ग्राम पंचायतों में स्थापित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, खेल के मैदान आदि जगहों पर भी बल्ब लगाए जाएंगे।
लाइट लगाने के लिए एजेंसी के चयन का कार्य बिहार रिन्यूअबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (ब्रेडा) के स्तर पर किया जा रहा है।
इसके लिए अतिरिक्त दस प्रतिशत बल्ब लगाने की अनुमति पंचायतों को रहेगी। सर्वे के दौरान बिजली के पोल चिह्न्ति किये गये हैं।
शहरों की तर्ज पर गांवों को भी रोशन रखने कि लिए यह निर्णय लिया गया है, जिसकी स्वीकृति पिछले दिनों मंत्रिमंडल की बैठक में मिल गई है।
जिस एजेंसी को भी वाडरें में सोलर स्ट्रीट लगाने की जिम्मेदारी दी जाएगी, उन्हीं को इसका पांच वर्षों तक रख-रखाव भी करना है।
मुख्यमंत्री के सात निश्चय पार्ट-2 में भी इस योजना को रखा गया है।
बताया गया है कि ऐसे सभी वाडों में 10 बल्ब ही लगाए जाने हैं, लेकिन जो बड़े वार्ड होंगे वहां 10 से ज्यादा बल्ब भी लगाई जा सकेंगी।
यह बल्ब 12-20 वाट की होंगी। लाइट लगाने की जिम्मेदारी जिस भी कंपनी को सौंपी जाएंगी उसी को अगले पांच वर्ष तक इन लाइटों का रखरखाव भी करना होगा।
राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 113307 वार्ड हैं जहां स्ट्रीट सोलर लाइटें लगाई जाएंगी।