नई दिल्ली: केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सख्ती के बाद अब माओवादी धीरे-धीरे नक्सली संगठन की विचारधारा से परेशान होकर मुख्यधारा में वापस लौट रहे हैं।
इस क्रम में बीते दिन सोमवार को सीआरपीएफ बिहार सेक्टर पटना 139 बटालियन गया में करीब पांच वर्षों से नक्सल संगठन से जुड़े सब-जोनल कमांडर संजय सिंह भोक्ता उर्फ राकेश (30) ने आत्मसमर्पण किया।
वह गांव छकरबंधा, थाना-छकरवंया, जिला-गया (बिहार) का रहने वाला है।
सीआरपीएफ के नये प्रवक्ता दलीप अंबेश ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि करीब पांच वर्षो से सक्रिय भाकपा माओवादी के सब-जोनल कमांडर संजय सिंह ने सीआरपीएफ से संपर्क कर कहा कि नक्सलियों ने उन्हें कई सपने दिखाए थे।
उनमें से किसी का पूरा न होना, परिवार की देखभाल में किसी प्रकार सहयोग न मिलना, परिवार एवं खुद के जीवन के कष्टों में बढ़ोतरी, नक्सली कमांडरों के पक्षपात पूर्ण रवैया, दुर्व्यवहार और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, कोबरा एवं अभियान दल के लगातार ऑपरेशन और इलाके में पुलिस की सख्ती के साथ जीवन के उपर बढ़ते हुए खतरों से तंग आकर वह नक्सल संगठन छोड़ना चाहता है।
साथ ही कमांडर संजय सिंह भोक्ता ने सीआरपीएफ से अनुरोध किया कि वह छकरवन्दा इलाके से सुरक्षित निकालने में मदद करे। वहीं सीआरपीएफ व पुलिस द्वारा सुरक्षित तरीके से संजय को बाहर निकाला गया।
कुख्यात सबजोनल कमांडर संजय सिंह
सबजोनल कमांडर संजय सिंह भोक्ता के ऊपर गया और औरंगाबाद जिले में कुल पांच नक्सल केस दर्ज हैं।
जिसमें से वर्ष 2018 में आगस थाना कांड संख्या- 288/18 दिनांक- 08/11/18 के तहत आमस चौकीदार राजेश्वर पासवान, ग्राम- रेंगनिया की नक्सलियों द्वारा हत्या का केस दर्ज है।
वहीं डुगरिया थाना कांड सं0-55/2018, दिनांक 08/11/2018 के तहत दिनांक- 03/11/2018 को 205 कोबरा बटालियन की परिचालनिक टुकड़ी के साथ अभियान के दौरान महजरी, थाना- डुमरिया, गया में नक्सलियों के साथ भीषण मुठभेड में शामिल था।
इसी क्रम में रौशनगंज थाना कांड सं0-170/2018, दिनांक 08/11/2018 के तहत उपेन्द्र सांव को पुलिस मुखवीर बताकर हत्या करने की घटना में भी शामिल था।
वर्ष 2019 में लुटुआ – 01/19, दिनांक- 15/02/19 के तहत केस दर्ज है। वहीं आत्मसमर्पण समारोह में के दौरान पुलिस महानिरीक्षक हेमन्त प्रियदर्शी, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल बिहार सेक्टर, पटना अमित लोढ़ा, पुलिस महानिरीक्षक मगध क्षेत्र गया संजय कुमार के सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि हेमन्त प्रियदर्शी ने कहा कि समाज से भटके नौजवान जो मुख्य धारा से अलग होकर नक्सलियों का साथ दे रहे हैं, वो सभी हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्य धारा में सम्मिलित हो और अपने परिवार व समाज का विकास करें।
इसके लिए बिहार पुलिस व केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल सदैव तत्पर हैं।