कोडरमा: अपराध के तरीकों में आए बदलाव के अलावा चुनौतियों से निपटने के लिए पुलिस के आधुनिकीकरण सहित संरचना के विकास पर विशेष ध्यान दिए गए है। जिसका परिणाम काफी बेहतर रहा है।
पूर्व की अपेक्षा पुलिस प्रशासन अपराधियों से मुकाबला करने में काफी निपुण हुई है। साथ ही अपराधिक घटनाओं सहित नक्सलवाद पर अंकुश लगाने में भी कामयाबी मिली है।
उक्त बातें हजारीबाग उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने बुधवार को पत्रकारो से बातचीत के दौरान कही। वे पुलिस अधीक्षक कार्यालय के निरीक्षण को लेकर यहां पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि अपराधियों व नक्सलियों की चुनौती से निपटने के लिए पुलिस को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया गया है।
साथ ही समय समय पर इसे लेकर पुलिस पदाधिकारियों व जवानो के बीच प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते रहे है। डीआईजी ने कहा कि हाल के दिनाे में नक्सल के विरूद्ध चलाए गए विशेष अभियान के कारण नक्सली घटनाओं में कमी आई है।
साथ ही प्रमंडल में नक्सली बैकफुट पर आए गए है। पुलिस को माओवादियों के अलावा अन्य नक्सली संगठनो के विरूद्ध अच्छी सफलता मिली है। इन संगठनो के बचे हुए नक्सलियों को समाप्त करने की लगातार कार्रवाई जारी है।
डीआईजी ने कहा कि नशा मुक्ति अभियान में भी अच्छी सफलता मिली है। कहा कि साइबर क्राइम को लेकर भी पुलिस पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
साथ ही इसके हाॅट स्पॉट एरिया को चिन्हित किया गया है। गिरिडीह, कोडरमा व हजारीबाग इससे ज्यादा प्रभावित हुए है।
मौके पर उन्होंने फ्रेंडली पुलिसिंग के संंबंध में जानकारी देते हुए कहा कि आम लोगाे के बीच पुलिस की बेहतर छवि बनाने को लेकर कई निर्देश दिए गए है।