Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एक वकील द्वारा आत्महत्या की धमकी देने पर जस्टिस अभय एस. ओका ने सख्त रुख अपनाया।
कोर्ट ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस तरह की धमकियों से न्यायालय डरने वाला नहीं है।
मामला दो वकीलों के आपसी झगड़े से जुड़ा है, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान दी धमकी
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता वकील वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए।
दलीलें देते समय उन्होंने कोर्ट के सामने आत्महत्या की धमकी देनी शुरू कर दी।
इस पर जस्टिस ओका ने हैरानी जताते हुए कहा कि बार काउंसिल और बार एसोसिएशन पहले ही माफी मांग चुके हैं, फिर ऐसी धमकी क्यों दी जा रही है?
कोर्ट ने दी चेतावनी
वकील की धमकी पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए जस्टिस ओका ने कहा कि अगर धमकियां जारी रहीं तो कोर्ट FIR दर्ज करने और बार काउंसिल से वकील का रजिस्ट्रेशन निलंबित करने की सिफारिश करेगा।
उन्होंने साफ किया कि न्यायालय को डराने-धमकाने का कोई प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कार्यवाही पर रोक
बाद में कोर्ट ने वकील को समझाया कि इस तरह की धमकियों से अदालत के कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
जस्टिस ओका ने मामले की सुनवाई स्थगित करते हुए वकील से शांति बनाए रखने की अपील की।