नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने स्कूलों में कॉमन ड्रेस कोड (Common Dress Code) लागू करने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। जस्टिस हेमंत गुप्ता की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि ये ऐसा मसला नहीं है जिस पर कोर्ट फैसला करे।
BJP नेता अश्विनी उपाध्याय के पुत्र निखिल उपाध्याय ने दायर याचिका (Filed Petition) में कहा है कि कॉमन ड्रेस कोड (Common Dress Code) से छात्रों में सामाजिक और राष्ट्रीय एकता का भाव बढ़ेगा।
कॉमन ड्रेस कोड होगा तो कपड़ों के भीतर हथियार छिपाकर लाने की आशंका खत्म हो जाएगी
कॉमन ड्रेस कोड शैक्षणिक संस्थाओं (Educational Institutions) में समानता, भाईचारा, एकता और राष्ट्रीय अखंडता को बढ़ावा देगा। याचिका में कहा गया है कि अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, सिंगापुर और चीन के सभी स्कूल एवं कॉलेजों में कॉमन ड्रेस कोड (Common Dress Code) है।
याचिका में कहा गया है कि अगर सभी छात्रों के लिए कॉमन ड्रेस कोड होगा तो कपड़ों के भीतर हथियार छिपाकर लाने की आशंका खत्म हो जाएगी। कॉमन ड्रेस कोड न सिर्फ हिंसा (Violence) को कम करेगा बल्कि इससे सकारात्मक शैक्षणिक माहौल (Positive Learning Environment) बनेगा।