नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में हुई हिंसा के लिए गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदार बताया है। कांग्रेस की मांग है कि कानून व्यवस्था और खुफिया तंत्र की नाकामी के लिए गृहमंत्री अमित शाह को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बर्खास्त करें।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को कहा कि सरकार की कभी भी मंशा नहीं थी कि किसान आंदोलन का समाधान हो, बल्कि उनका जोर किसानों को बदनाम करने पर था।
तभी तो उपद्रवियों की अगुवाई कर रहे अवांछित तत्वों पर मुकदमे दर्ज न कर सरकार ने किसान मोर्चा के नेताओं पर एफआईआर दर्ज कराई है। मोदी सरकार का यह कदम उपद्रवियों के साथ सरकार की मिलीभगत और साजिश को बेनकाब करता है।
आंदोलन को बदनाम करने का आरोप मोदी सरकार पर लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि बीते 63 दिनों से लाखों अन्नदाता दिल्ली बॉर्डर शांतिपूर्वक धरना दे रहे हैं। मोदी सरकार ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन, लाठीचार्ज तक किया।
सरकार के ‘बलपूर्वक’ कोशिशें असफल होने पर उन्हें छलपूर्वक हटाने का षडयंत्र रचा गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ‘प्रताड़ित करो फिर परास्त करो की नीति, उसके बाद मीटिंग पर मीटिंग कर ‘थका दो और भगा दो’ की नीति, तत्पश्चात किसानों में फूट डालो और आंदोलन तोड़ो की नीति और अब अंतिम युक्ति के तौर पर छल का प्रयोग किया गया। सरकार ने अराजकता का आरोप लगाकर किसानों को बदनाम करने तथा बाहर करे की नीति अपनाई है।
सुरजेवाला ने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में हुई सुनियोजित हिंसा व अराजकता के लिए सीधे-सीधे गृहमंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं।
इस संबंध में तमाम खुफिया इनपुट के बावजूद हिंसा के तांडव को रोक पाने में नाकामी के चलते उन्हें एक पल भी अपने पद पर बने रहने का हक नहीं है। साल भर के भीतर दूसरी बार हुई इस प्रकार हिंसा को रोकने में बुरी तरह विफल रहने वाले अमित शाह को उनके पद से फौरन बर्खास्त किया जाना चाहिए। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की यही मांग है।