नई दिल्ली: दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं जगह जगह कोरोना जांच केंद्र भी बनाए गए हैं। जहां लोगों की जांच की जा रही है।
बुधवार सुबह आनंद विहार बस स्टैंड पर रेलवे स्टेशन जीआरपी थाने से एक आरोपी को लाया गया, जिसके ऊपर धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज है। वहीं आरोपी को बुधवार को कोर्ट में पेश होना था। इसलिए उसकी कोरोना जांच करानी जरूरी थी। लेकिन जांच केंद्र में आरोपी की जांच पर ही सस्पेंस बन गया।
जांच केंद्र में अभियुक्त की जांच पर सस्पेंस इसलिए बन गया क्योंकि दिल्ली पुलिस और डॉक्टर को ये तय करना था कि अगर अभियुक्त संक्रमित निकल तो क्या किया जाएगा?
दरअसल, आनंद विहार बस स्टैंड पर की जा रही जांच में अगर कोई व्यक्ति संक्रमित निकलता है तो उसे सीधे अक्षरधाम कोविड केयर सेंटर और छतरपुर कोविड सेंटर भेजा जाता है। इसलिए डॉक्टर द्वारा पुलिस को इस बारे में सूचित किया गया।
आरोपी को लेकर आये हेड कॉन्स्टेबल और अन्य पुलिसकर्मी असमंजस में पड़ गए। पुलिस का कहना था कि आरोपी को बुधवार को कोर्ट में पेश होना है। ऐसे में हम आरोपी को किसी सेंटर पर नहीं भेज सकते।
इन सब के बाद आरोपी के साथ आये पुलिसकर्मियों ने अपने अधिकारियों को सूचित किया और डॉक्टरों द्वारा भी साफ किया गया कि आप इनकी जांच किसी और केंद्र में कराएं। जिसके बाद आरोपी को पुलिस ले गई और उसकी जांच आनंद विहार बस स्टैंड स्थित जांच केंद्र में नहीं हो सकी।
जीआरपी थाना आनंद विहार रेलवे स्टेशन से जानकारी मिली कि उस आरोपी को दिल्ली के एक अस्पताल में जांच के लिए ले जाया गया है।
दरअसल, आनंद विहार बस स्टैंड पर रैपिड एंटीजन 700 से अधिक और अरटीपीसीआर की 300 से अधिक जांच की जाती है।