Movie Khufiya on Netflix: बॉलीवुड एक्ट्रेस तब्बू (Bollywood Actress Tabu) की फिल्म ‘खुफिया’ Netflix पर रिलीज हो गई है।
यह फिल्म असल जिंदगी के पूर्व इंटेलिजेंस ऑफिसर रबिंदर सिंह की लाइफ (Rabinder Singh Life) से प्रभावित है। इस फिल्म ‘खुफिया’ को फिल्ममेकर विशाल भारद्वाज ने बनाई है।
फिल्म में शामिल सितारे
तब्बू (Tabu) के अलावा इस फिल्म में अली फजल, आशीष विद्यार्थी और वामिका गब्बी जैसे स्टार भी मुख्य किरदार में हैं। फिल्म में अली फजल का किरदार RAW operative का है। कहानी उस समय मोड़ लेती है जब अली फजल का किरदार खुद खुफिया विभाग की जांच के दायरे में आ जाता है।
रबिंदर सिंह कौन थे?
इसके अलावा उन्होंने ने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (Research and Analysis Wing) में भी काम किया। अमर भूषण की ये किताब गद्दार करार दिए गए रबिंदर सिंह के जासूसी करियर पर आधारित है।
रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (Research and Analysis Wing) के पूर्व संयुक्त सचिव रबिंदर पर 1990 में अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA को सेंसिटिव खुफिया जानकारी (Sensitive Intelligence Information) देने के आरोप लगे थे।
शक होने पर R&AW ने रबिंदर पर नजर रखी और उनका फोन भी टैप किया। इस बीच साल 2004 में रबिंदर, अपनी पत्नी के साथ नेपाल के रास्ते अमेरिका भाग गए।
अमेरिका में कई वर्षों तक CIA ने रबिंदर का ख्याल रखा, लेकिन आखिरी दिनों में एजेंसी ने पैसे देने बंद कर दिए, जिससे उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा।
भारत सरकार के सूत्रों के अनुसार, 2016 के अंत में एक सड़क दुर्घटना में अमेरिका के मैरीलैंड रबिंदर का निधन हो गया। अमर भूषण की किताब भी रबिंदर (Rabinder) की कहानी के इर्द-गिर्द घूमती है, बस उन्होंने कैरेक्टर के नाम बदल दिए हैं।
रियल लाइफ पर आधारित है ‘खुफिया’ ?
फिल्म की कहानी को अब इंटेलिजेंस ऑफिसर रबिंदर सिंह (Intelligence Officer Rabinder Singh) की जिंदगी से जोड़कर देखा जा रहा है, जो नेपाल के रास्ते अमेरिका भाग गए थे।
हालांकि फिल्म मेकर्स ने इस बात को स्वीकार नहीं किया है कि ‘खुफिया’ रियल लाइफ स्टोरी से प्रेरित है। ‘खुफिया’, अमर भूषण के जासूसी नॉवेल ‘एस्केप टू नोव्हेयर’ (Escape to Nowhere) से ली गई है, लेकिन उनके इस उपन्यास को भी काल्पनिक कहानी ही बताया जाता है।
‘खुफिया’ के मेकर्स रियल लाइफ की घटनाओं पर आधारित एक चर्चित कहानी दर्शकों के सामने पेश कर रहे हैं, लेकिन इसे लेकर कई अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।
‘एस्केप टू नोव्हेयर’ (Escape to Nowhere) के लेखक अमर भूषण ने थोड़े समय के लिए BSF Intelligence, स्टेट स्पेशल ब्रांच और भारत के खुफिया विभाग (State Special Branch and Intelligence Department of India) में काम किया था।