मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच हवाई यात्रा को लेकर तकरार अभी थमी नहीं है।
इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी पालघर जिले के दौरे पर निकले हैं, लेकिन उनके इस हवाई यात्रा ने सभी का ध्यान खींचा है।
हमेशा से राज भवन स्थित हेलीपैड का इस्तेमाल करने वाले ठाकरे ने अपनी उड़ान की जगह में बदलाव किया है।
उन्होंने इस बार महालक्ष्मी रेसकोर्स से उड़ान भरी। हालांकि, अधिकारी इस बदलाव के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पा रहे हैं।
उत्तराखंड जा रहे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को सरकारी विमान से जाने की अनुमति नहीं मिली थी। इसके बाद सरकार और राज्यपाल के बीच विवाद खड़ा हो गया। सीएम ठाकरे पालघर जिले के जवाहर में दौर पर गए थे।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि लौटने पर भी उन्होंने रेसकोर्स का ही इस्तेमाल किया। एक अधिकारी ने बताया कि राजभवन के हेलीपैड को छोड़ने का अभी तक कोई कारण सामने नहीं आया है। हालांकि, उन्होंने दावा किया है कि इस फैसले का कोश्यारी वाले मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
राज्यपाल कोश्यारी गुरुवार को अपने गृहराज्य उत्तराखंड जाने वाले थे। इस यात्रा के लिए जैसे ही वे एयरपोर्ट पर पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि विमान को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है।
हालांकि, जब उन्हें इस बात की जानकारी लगी कि सरकारी विमान का इस्तेमाल की स्वीकृति नहीं मिली, तो उन्होंने निजी तौर पर यात्रा करने का फैसला किया। वे कमर्शियल विमान से उत्तराखंड रवाना हुए।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने ठाकरे सरकार पर हमला बोला है।
फडणवीस ने सरकार के इस कदम को ‘बचकाना’ बताया है। खास बात है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार और राज्यपाल के बीच कई मुद्दों को लेकर तनातनी हो रही है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने राज भवन की अथॉरिटीज पर गवर्नर को जानकारी नहीं देने और यात्रा के लिए उपाय नहीं करने के आरोप लगाए हैं। राज्यपाल को उड़ान भरने में हुई परेशानी को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है।
हालांकि, जवाहर के दौरे पर सीएम ठाकरे ने इस मुद्दे पर बात करने से मना कर दिया। इस दौरान उन्होंने जिले में विकास को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा है।