जम्मू : खश्मीर घाटी में आतंकियों द्वारा जारी टारगेट किलिंग को लेकर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला (Dr. Farooq Abdullah) ने बड़ा बयान दिया है और कहा कि कश्मीर में यह सिलसिला तब तक नहीं रुकेंगा जब तक कि भारत पाकिस्तान से बात नहीं कर लेता।
कश्मीरी पंडित पूरन भट की हत्या (Kashmiri Pandit Puran Bhat murdered) पर अब्दुल्ला ने कहा कि जैसा कि भाजपा कहती रही है कि अनुच्छेद 370 की वजह से जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग हुई।
तो उसे समाप्त किए 4 साल हो गए लेकिन, पिछले कुछ सालों से कश्मीरी पंडितों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
अब भाजपा के पास क्या जवाब है? जैसे भारत लद्दाख क्षेत्र में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बीजिंग के साथ बात कर रहा है, उसे पाकिस्तान से भी बात करने की पहल करनी चाहिए।
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला (CM Farooq Abdullah) ने कहा टारगेट किलिंग तब तक नहीं रुकेंगी जब तक वे (India and Pakistan) बातचीत नहीं करते। उन्होंने (भाजपा) पहले अनुच्छेद 370 को हत्याओं और अन्य चीजों के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
रूस-यूक्रेन युद्ध में कई लोग मारे गए
आज वे नहीं रहे। अनुच्छेद 370 को निरस्त हुए चार साल हो गए हैं लेकिन, फिर भी लोग मर रहे हैं। अगर हत्याओं के लिए अनुच्छेद 370 जिम्मेदार था तो कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट (Krishna Bhat) को क्यों मारा गया? इसकी कोई न कोई वजह जरूर रही होगी।
अनुच्छेद 370 हत्याओं के लिए जिम्मेदार नहीं था क्योंकि आतंकवाद (Terrorism) को बाहर से प्रायोजित किया जा रहा है।
फारूक ने PM मोदी को यूक्रेन-रूस जंग के दौरान का एक बयान याद दिलाया कि युद्ध आज की दुनिया का कोई विकल्प नहीं है।
फारूक ने कहा, जब तक इसे रोका नहीं जाता, तब तक हत्याएं नहीं रुकेंगी और इसे कभी भी अकेले सैन्य रूप से नहीं किया जा सकता है। हमें (पाकिस्तान के साथ) बातचीत के जरिए कोई रास्ता निकालना होगा।
देखिए, आज रूस-यूक्रेन युद्ध (Russo-Ukraine War) में क्या चल रहा है। वे महीनों से एक साथ लड़ रहे हैं और उन्होंने क्या हासिल किया है। कई लोग मारे गए हैं।
फारूक ने कहा…
गौरतलब है कि 4 अक्टूबर को प्रधान मंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और कहा कि संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है।
मोदी ने शांति प्रयासों में योगदान करने के लिए भारत की तत्परता से भी अवगत कराया था। अपनी Phone पर बातचीत के दौरान, प्रधान मंत्री मोदी और जेलेंस्की (PM Modi and Zelensky) ने चल रहे यूक्रेन युद्ध पर चर्चा की और प्रधान मंत्री ने शत्रुता की शीघ्र समाप्ति और वार्ता और कूटनीति के मार्ग को आगे बढ़ाने की आवश्यकता के लिए अपने आह्वान को दोहराया।
फारूक ने आगे कहा, “तो जब हम चारों ओर यह सब होते हुए देखते हैं और जब हम चीन से अपनी सीमाओं से वापस जाने के लिए बात कर रहे हैं और उनके साथ अपने सीमा मुद्दे को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं तो हम उनसे (Pakistan) बात क्यों नहीं कर सकते हैं। नहीं तो हम यहीं मरते रहेंगे।”