सहरसा: स्थानीय डीबी रोड स्थित जिला परिषद प्रांगण में बुधवार को रामसुन्दर साहा के संयोजकत्व में जिले के सभी निजी विद्यालयों के प्राचार्य द्वारा संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर सामूहिक सत्याग्रह का आयोजन किया गया।
सत्याग्रह के बाद विद्यालय को खोलने को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा।
ज्ञापन के माध्यम से कहा कि कोरोना महामारी के कारण मार्च 20 से ही सभी विद्यालय बंद हैं। जिसके फलस्वरुप इन विद्यालय के बच्चों की पढाई अवरूद्ध हैं।
वही अभिभावक भी परेशान हैं।साथ ही इन विद्यालय में कार्यरत लाखों शिक्षक एवं शिक्षिकाए बेरोजगार हो गए हैं तथा उनके समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है ।
केंद्र सरकार ने अपने आदेश के माध्यम से विद्यालयों को खोलने हेतु सभी राज्य सरकारों को दिशा निर्देश जारी करने का आग्रह किया है।
निजी विद्यालय संचालकों ने जिलाधिकारी से निवेदन कर जल्द से जल्द विद्यालयों का भौतिक रूप से संचालित की मांग की। विद्यालय संचालकों ने शिक्षकों के वेतन, भवन किराया, बैंक लोन की मासिक किस्त, वाहनों की ईएमआई, निशुल्क शिक्षा क्षतिपूर्ति एवं बिजली बिल में भी छूट देने की मांग की।
शिक्षकों ने कहा निजी विद्यालय को छोड़ सभी संस्थान बाजार, मॉल, सिनेमा घर, रेल बस एवं हवाई सेवा कोचिंग खुल गए।लेकिन विद्यालयों को खोलने का आदेश अब तक प्राप्त नहीं हुआ है।
उन्होंने सभी निजी विद्यालयों को पूर्व की भांति कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए खोलने की अनुमति प्रदान करने की मांग की।
इस मौके पर सहसंयोजक मुकेश कुमार सिंह, थामस बी डी, सचिव शिवनाथ गुप्ता, सह सचिव राजदीप कुमार, विमल कुमार, तरुण कुमार, अरुण कुमार शाह, अवनीश कुमार वर्मा, विनोद कुमार मिश्रा, रामचंद्र यादव, राहुल कुमार, संजीव कुमार ,नरेंद्र कुमार वर्मा, सीतांशु सेखर सहित बड़ी संख्या में निजी विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षक सत्याग्रह में मौजूद थे।