लंदन: चीन 2020 से ही कोरोना फैलने के बाद कई देशों के निशाने पर है। दुनिया में कोरोना फैलाने का जिम्मेदार बीजिंग को ही माना जा रहा है। लेकिन अभी तक चीन ने इस बारे में कुछ भी स्पष्टीकरण नहीं दिया है।
हां, दूसरे देशों पर चीन इल्जाम लगाने में सबसे आगे है। एक बार फिर चीन की एक खुफिया हरकत लोगों के सामने आ गई।
चीन ने अपने देश में इंटरनेट पर काफी पाबंदी लगा रखी है। इस वजह से देश की कई खबरें बाहर नहीं आ पाती। लेकिन बीते दिनों गूगल मैप की वजह से चीन का सीक्रेट गांव लोगों की नजरों के सामने आ गया।
हालांकि, अब कंफर्म हो गया है कि चीन ने याकिआंदो गांव बसाया है। इस अजीबोगरीब गांव की तस्वीर ने लोगों को हैरान कर दिया है। खुफिया गांव को चीन के शिचुआन प्रांत में बसाया गया है।
शहर के बारे में बताया जा रहा है कि यहां कई बुद्धिस्ट भिक्षु और नन बसाया गया है। साथ ही यहां तिबतियन बुद्धिस्ट मोनेस्ट्री बनाई गई है।
इस गांव को काफी घना बनाया गया है लेकिन इमारतें छोटी रखी गई है। इस वजह से ये मॉडल टाउन नजर आ रहा है।
गूगल मैप के जरिये कैमरे में आए गांव के बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं थी। जब तस्वीर सामने आई, इसके बाद लोग इसके बारे में बातें करने लगे।
इसमें से एक शख्स ने जानकारी दी कि इस गांव को 2001 में ही बसाया गया था। लेकिन अब जब तस्वीर सामने आई है, तब इसका जिक्र शुरू हुआ है।
इसकी ऊंचाई पर पहले यार्चेन गार में 10,000 से अधिक लोग रहते थे। यह कथित तौर पर एक समय में दुनिया में सबसे बड़ा मठ माना जाता था।
मई 2019 में, यार्चेन गार के लगभग 7000 निवासियों को कथित तौर पर हटा दिया गया था, जिसके बाद के महीनों में 3000 ननों के आवास भी नष्ट कर दिए गए थे। इसके बाद अब इस गांव को बसाया गया है।