नई दिल्ली: अपने वेब ब्राउजर इंटरनेट एक्सप्लोरर को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी वर्ष 2022 में बंद करने वाली है।
कंपनी ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि वह इंटरनेट एक्सप्लोरर को 15 जून 2022 को बंद कर देगी।
यह वेब ब्राउजर आज के ब्राउजर के सामने टिक नहीं रहा है और इसे सिर्फ पांच फीसदी लोग ही आज इस्तेमाल करते हैं।
अब क्रोमियम आधारित माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर विंडोज़ और मैकओएस में इंटरनेट एक्सप्लोरर की जगह लेगा।
आपको बता दें कि वर्ष 2003 तक माइक्रोसॉफ्ट का वेब ब्राउजर टॉप पर था।
जब इसे लॉन्च किया गया था तब कम ही लोगों के पास इंटरनेट की सुविधा होती थी।
जिसके कारण लोगों में इसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई। माइक्रोसॉफ्ट के इस ब्राउज़र ने पुलिस को रिकॉर्डस निकालने में, छात्रों को पढ़ाई की सामग्री पहुंचाने और अन्य जरूरी कामों में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।
माइक्रोसॉफ्ट ने इंटरनेट एक्सप्लोरर को 16 अगस्त 1995 को रिलीज किया था और इसका उपयोग सरकारी एजेंसियों और वित्तीय संस्थानों में किया जाता था।
लोग साइबर कैफे में इसी वेब ब्राउजर पर काम किया करते थे।
नई दिल्ली: अपने वेब ब्राउजर इंटरनेट एक्सप्लोरर को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी वर्ष 2022 में बंद करने वाली है। कंपनी ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि वह इंटरनेट एक्सप्लोरर को 15 जून 2022 को बंद कर देगी।
यह वेब ब्राउजर आज के ब्राउजर के सामने टिक नहीं रहा है और इसे सिर्फ पांच फीसदी लोग ही आज इस्तेमाल करते हैं।
अब क्रोमियम आधारित माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर विंडोज़ और मैकओएस में इंटरनेट एक्सप्लोरर की जगह लेगा।
आपको बता दें कि वर्ष 2003 तक माइक्रोसॉफ्ट का वेब ब्राउजर टॉप पर था।
जब इसे लॉन्च किया गया था तब कम ही लोगों के पास इंटरनेट की सुविधा होती थी। जिसके कारण लोगों में इसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई।
माइक्रोसॉफ्ट के इस ब्राउज़र ने पुलिस को रिकॉर्डस निकालने में, छात्रों को पढ़ाई की सामग्री पहुंचाने और अन्य जरूरी कामों में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।
माइक्रोसॉफ्ट ने इंटरनेट एक्सप्लोरर को 16 अगस्त 1995 को रिलीज किया था और इसका उपयोग सरकारी एजेंसियों और वित्तीय संस्थानों में किया जाता था।
लोग साइबर कैफे में इसी वेब ब्राउजर पर काम किया करते थे।