मुंबई: वीडियोकॉन की ब्राजील की संपत्तियों के लिए जर्मनी की विंटरशैल डीईए, ब्राजील की पेट्रो रियो और भारत के वेदांत सहित 11 बोलीदालाओं ने दिलचस्पी दिखाई है। इन संपत्तियों का मूल्य 2 अरब डॉलर है।
अगर यह सौदा सफल रहता है तो ऋणदाताओं को वीडियोकॉन के कर्ज समाधान से अतिरिक्त 15,000 करोड़ रुपए मिल सकते हैं, जिससे कुल बकाए के करीब 40 फीसदी से ज्यादा की वसूली हो सकेगी।
वेदांत की होल्डिंग फर्म ट्विनस्टार पहले ही वीडियोकॉन की भारतीय संपत्तियों को 3,000 करोड़ रुपए में हासिल करने की बोली जीत चुकी है।
इसने ऋणदाताओं को वीडियोकॉन की 6 फीसदी हिस्सेदारी देने की भी पेशकश की है।
विंटरशैल ने समाधान योजना जमा कराने की समयसीमा को कम से कम एक महीना बढ़ाने का आग्रह किया है क्योंकि कंपनी को भूगर्भीय आंकड़े जांचने और आंतरिक बोर्ड से मंजूरी लेने के लिए अतिरिक्त समय चाहिए।
इधर पेट्रो रियो भी सक्रियता से संपत्तियों की जांच-परख में लगी है और कंपोस बेसिन के अधिग्रहण के लिए बोली भी संशोधित कर दी है। सूत्रों ने कहा कि कंपनी इस संपत्ति के अधिग्रहण के लिए उत्सुक है।
उधर, ब्राजील की इनेवा एसए ने संपत्तियों के बारे में और जानकारी मांगते हुए बोली जमा कराने की समयसीमा जुलाई अंत तक बढ़ाने के लिए कहा है क्योंकि बोली लगाने के लिए उसे बोर्ड की मंजूरी लेनी होगी।
बोलीदाता ने बीपीसीएल की सहायक इकाई और वीडियोकॉन की संयुक्त उपक्रम साझेदार भारत पेट्रो रिर्सोसेज से बात कराने का भी अनुरोध किया है ताकि सौदे को लेकर उसे भरोसा मिल सके।
वेदांत भी संपत्तियों की जांच-परख कर रही है और हैलीबर्टन वीडीआर (वर्चुअल डेटर रूम) को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है।
कंपनी 15 दिन में समाधान योजना जमा कराएगी। एक बैंकर ने कहा, ‘तेल की कीमतें चढ़ रही हैं, जिससे संपत्तियों का मूल्यांकन बढ़ रहा है।
बैंकों ने बोलीदाताओं के अनुरोध पर अतिरिक्त समय देने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा, हम 2 अरब डॉलर से अधिक की बोलियां मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।
वीडियोकॉन को 62,000 करोड़ रुपए मूल्य के कर्ज भुगतान में चूक की वजह से 2018 में राष्ट्रीय कंपनी विधि पंचाट में भेजा गया था।
ऋण में वीडियोकॉन द्वारा दी गई कॉर्पोरेट गारंटी और 20,000 करोड़ रुपये मूल्य की तेल एवं गैस संपत्तियां शामिल हैं।
एनसीएलटी में जाने के बाद भारतीय बैंक कॉर्पोरेट गारंटी का दावा नहीं कर सकते।