बेंगलुरु: बेंगलुरु में आज एयरो इंडियो शो के आगाज के साथ ही लड़ाकू विमान तेजस का रक्षा सौदा भी औपचारिक तौर पर हो गया है।
83 तेजस विमानों का यह सौदा 48 हजार करोड़ में किया गया है। कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेंगलुरु में ही स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस की दूसरी प्रोडक्शन यूनिट का उद्घाटन किया था।
हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की इस यूनिट के शुरू होने से वायुसेना को 83 तेजस विमान देने का काम भी दोगुनी रफ्तार से शुरू हो जाएगा।
आज बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो 2021 के आरंभ के मौके पर रक्षा मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल ने एचएएल के मैनेजिंग डायरेक्टर आर माधवन को कॉन्ट्रैक्ट हैंडओवर किया।
डील की ये औपचारिकता रक्षा मंत्री की मौजूदगी में पूरी की गई।
सीसीएस यानी सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पिछले महीने इस डील पर मुहर लगाई थी।
इस डील के तहत एचएएल भारतीय वायुसेना के लिए 73 तेजस एमके आईए और 10 एलएसी यानी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तैयार करेगी।
तेजस के प्रोडक्शन वाली इस डील से जहां वायुसेना की ताकत बढ़ेगी, वहीं सरकार इस पहल को आत्मनिर्भरत भारत की दिशा में एक बड़ा कदम मान रही है।
तेजस की यूनिट के उद्घाटन के अवसर पर राजनाथ सिंह ने कहा था कि एचएएल का नाम पूरी दुनिया में है और जल्द ही वो वक्त आएगा जब दुनिया के अन्य देश हमसे रक्षा उपकरण खरीदेंगे।
राजनाथ सिंह ने इस डील को ऐतिहासिक बताया है।