पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जाति जनगणना की आज से शुरुआत होने पर कहा कि ऐतिहासिक दिन की शुरुआत हो रही है। आपको तो मालूम ही होगा कि यह हमारी मांग पहले से रही है। लालू प्रसाद यादव जातीय जनगणना के पक्ष में हमेशा मांग करते रहे। इसके लिए हम लोग ने सड़क पर भी उतरने काम किया था। जब यूपीए सरकार ने भी जातीय जनगणना कराई थी तब एनडीए के लोगों ने इसे करप्ट फाइल बताया था।
गरीब लोगों को मिलेगा फायदा
तेजस्वी यादव ने कहा जब हम नेता विरोधी थे तो विधानसभा में हमने इसकी मांग की थी, तब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हमारा साथ दिया था। हम प्रधानमंत्री से मिलकर जातीय जनगणना पूरे देश में कराने की मांग की थी। आप तो जानते ही हैं कि भाजपा गरीब विरोधी है यह नहीं चाहते हैं कि जातीय जनगणना हो वह कभी नहीं चाहते हैं कि लोगों के पास सही आंकड़े पेश हो। इसमें सबसे ज्यादा गरीब लोगों को फायदा होगा। जानकारी इकट्ठा की जाएगी कि किस तरीके से कितने किस जाति के लोग हैं और कितने गरीबी रेखा से हैं तो उनकी विकास में सरकार सहयोग करेगी।
अपने खर्च पर हो रही जातीय जनगणना
उन्होंने कहा कि भाजपा इससे घबराई हुई है। इसलिए वह कभी नहीं चाहेगी जातीय जनगणना हो। हमारी मांग तो हमेशा रही है कि पूरे देश में जातीय जनगणना कराई जाए, लेकिन संसद में ही इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। मेरी पहली शर्त थी कि जातीय जनगणना कराई जाए, इसीलिए मैंने मुख्यमंत्री से मांग की थी कि अपने खर्च पर ही जातीय जनगणना कराई जाए और इसकी शुरुआत हो गई है। इसके लिए बहुत खुशी की बात है।
भाजपा के लोग जानबूझकर विरोध कर रहे हैं कि यह जातीय जनगणना से कोई फायदा नहीं होने वाला है। यह लोग केवल बेतुके बातें कर रहे हैं। सरकार को पता होना चाहिए कि कितने लोग गरीब हैं, किस जाति से गरीब हैं, कौन कचरा ढोने वाला है सबकी जानकारी राज सरकार को होनी चाहिए। यह लोग दलित विरोधी पिछड़ा विरोधी है, भाजपा अमीरों की पार्टी है यह गरीबों को देखना नहीं चाहती।