हैलाकांदी : दक्षिण हैलाकांदी के रामनाथपुर थाना क्षेत्र के कचुरथल इलाके में मंगलवार रात अंतरराज्यीय सीमा क्षेत्र में मिजो उपद्रवियों के समूह ने असम के लोगों के घरों में आग लगा दी।
इस घटना में 20 घर जल गये। इस हिंसा में कम से कम 10 लोगों के घायल होने की भी जानकारी सामने आई है। असम-मिजोरम सीमा पर इस तनाव को देखते हुए कचुरथल इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
जानकारी के अनुसार असम-मिजोरम सीमा पर बीती रात हुई इस हिंसा में आगजनी और मारपीट के दौरान उपद्रवियों ने हवा में गोलियां भी चलाईं। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत है।
इसमें कम से कम 10 लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल अकीब अली, अनम उद्दीन और हास्ना बेगम को सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रशासन ने हैलाकांदी के कचुरथल के सीमावर्ती क्षेत्रों में उत्पन्न स्थिति को नियंत्रित करने के लिए धारा 144 लागू कर दिया है।
अधिकारियों का कहना है कि उपद्रवियों ने लोगों पर गोलियां चलाईं हैं लेकिन यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि गंभीर रूप से घायल होने वाले तीनों व्यक्ति आग में जले हैं या फिर गोलीबारी में घायल हुए हैं।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि उपद्रवियों ने मिजो पुलिस के सहयोग से इस घटना को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि असम के लोगों को जमीन से बेदखल करने के लिए ही रात के अंधेरे में फायरिंग की गयी।
घटना के बाद पुलिस व केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को हिंसा वाले इलाकों में तैनात किया गया है। मौके पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इस घटना का आरंभ मंगलवार की सुबह उस समय हुआ जब असम-मिजोरम की सीमा पर गल्लाछड़ा एवं कचुरथल इलाके में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सड़क निर्माण किया जा रहा था।
इस निर्माण को कुछ मिजो उपद्रवियों ने जबरन रोक दिया। उन्होंने दावा किया कि मिजोरम की भूमि पर सड़कें बनाई जा रही हैं जिसको लेकर दोनों राज्यों के निवासियों के बीच बहस होने के साथ ही झड़प शुरू हो गयी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार झड़प के बाद पथराव शुरू हो गया। रात के अंधेरे में 300 से अधिक मिजो उपद्रवी मिजो पुलिस के साथ कचुरथल गांव में प्रवेश कर लूटपाट व हमला करना शुरू कर दिया।
कचुरथल में लगभग आधे घंटे तक जमकर उत्पात मचाया गया। इसके चलते गांव वाले अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़कर भाग गये।
हालांकि हैलाकांदी पुलिस ने बताया है कि इलाके से मिजो उपद्रवियों को भगा दिया गया है। इसके बावजूद इलाके में तनाव व्याप्त है।
कुछ दिनों पहले भी इस तरह की घटना असम-मिजोरम सीमा पर घटी थी, जिसके चलते मिजोरम की असम के लोगों ने आर्थिक नाकेबंदी कर दिया था।
काफी समय तक दोनों राज्यों के उच्चाधिकारियों को स्थिति को सामान्य बनाने के लिए चर्चा करनी पड़ी। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने भी हालात को सामान्य बनाने में अपनी भूमिका निभायी थी। एक बार फिर से हालात उसी तरह की ओर आगे बढ़ते जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि असम-मिजोरम, असम अरुणाचल प्रदेश, असम-नगालैंड, असम-मेघालय सभी राज्यों के बीच सीमा विवाद राज्यों के गठन के साथ से चल रहा है।
इसके समाधान को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन है। बावजूद सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों के बीच आए दिन हिंसक घटनाएं घटती हैं।