तिरुवनंतपुरम: तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के लोकसभा सदस्य शशि थरूर क्रिकेट के प्रति अपने गहरे प्रेम के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने भारत-दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट श्रृंखला की मेजबानी के बजाय प्रतिष्ठित स्पोर्ट्स हब-ग्रीनफील्ड स्टेडियम में सेना में भर्ती के लिए रैली का आयोजन करने के निर्णय पर शुक्रवार को प्रदेश की पिनारायी विजयन सरकार को फटकार लगाई है।
यह भर्ती अभियान 26 फरवरी से 12 मार्च तक चलेगा।
थरूर ने अपने ट्वीट में लिखा, केरल के क्रिकेट प्रेमी सुनिए : मैंने भारत-दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट श्रृंखला की मेजबानी की कीमत पर तिरुवनंतपुरम स्पोर्ट्स हब में सेना भर्ती अभियान आयोजित करने के विचित्र फैसले पर पूरी तरह से गौर किया है।
इससे टर्फ को नुकसान पहुंचेगा और भविष्य में यहां होने वाले कार्यक्रमों के आयोजन में भी खलल डालेगा।
ग्रीनफील्ड स्टेडियम को देश के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट मैदानों में से एक माना जाता है और हाल के दिनों में यहां तीन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले गए हैं।
थरूर ने आगे लिखा कि सबसे पहले मैंने केरल क्रिकेट एसोसिएशन (केएसी) को यह आयोजन रोकने के लिए मशक्कत नहीं करने के लिए दोषी ठहराया, और आईएलएफएस ग्रुप को भी इसलिए दोषी ठहराया कि इसने राज्य में क्रिकेट प्रेमियों की उपेक्षा कर मैदान उपलब्ध कराया।
मेरे हाथ अब दस्तावेजी सबूत लगे हैं जिसके मुताबिक राज्य सरकार के जन-विरोधी लोगों ने जान-बूझकर यह निर्णय लिया। यह वामपंथियों का एक और विश्वासघात है।
उन्होंने कहा कि सरकार खेल का समर्थक होने का नाटक करती है। उन्होंने जानबूझकर तिरुवनंतपुरम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की संभावनाओं को नष्ट करने की कोशिश की है।
जिले में दर्जनों ऐसे स्थान हैं जहां सेना अपनी भर्ती कर सकती है।
केसीए ने खुद एक और मैदान की पेशकश की है। मैं पुष्टि कर सकता हूं कि इस निर्णय की उच्च स्तर पर अपील की गई थी और राज्य सरकार निष्क्रिय बनी रही। लोग जानना चाहते हैं।