तेहरान (ईरान): इस्लामिक देश ईरान (Iran) में कोरोना (corona) संक्रमण की पांचवीं और अब तक की सबसे बड़ी लहर ने तबाही मचा दी है।
देश के सभी अस्पताल भर गए हैं। ऑक्सीजन की कमी हो गई है। अस्पताल की फर्श और पार्किंग में मरीजों का इलाज करना पड़ा रहा है।
बेड नहीं मिलने पर अस्पताल के बाहर निजी वाहन खड़े कर परिजन अपने मरीजों का इलाज करा रहे हैं। और तो और देश में वैक्सीन की भी भारी कमी है।
एक दिन में मिलने वाले नए मरीजों का आंकड़ा 40 हजार को पार
अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ अब तक के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। यहां एक दिन में मिलने वाले नए मरीजों का आंकड़ा 40 हजार को पार कर गया है।
साथ ही एक दिन में रिकॉर्ड 600 मौतें हो रही हैं। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 8.30 करोड़ की आबादी वाले ईरान में कोरोना से हर दो मिनट में एक मौत हो रही है।
लगातार बढ़े मामलों को देखते हुए ईरान में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगा दिया गया है। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के कारण मरीज तेजी से बढ़े हैं।
देश में पिछले एक हफ्ते हर दिन 39 हजार से 40,800 तक नए मामले मिल रहे हैं। ईरान में अब तक 43.90 लाख से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। 97200 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि 37 लाख से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं।
नहीं पता कोरोना की पांचवीं लहर कितना कहर बरपाएगी
तेहरान की वायरस टास्क फोर्स के डिप्टी हेड नादिर तावाकोली ने कहा कि हम यह अंदाजा नहीं लगा सकते हैं कि कोरोना की पांचवीं लहर कितना कहर बरपाएगी।
तेहरान के अस्पतालों और इमरजेंसी वार्ड्स में अब लोगों को एडमिट करने के लिए जगह नहीं बची है। उम्मीद है कि टीकाकरण में तेजी आने से कोरोना संकट में कमी आएगी, लेकिन फरवरी से शुरू हुए वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है।
इसके चलते चिंताएं और ज्यादा बढ़ गई हैं। अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते ईरान की हालत काफी खराब है और वह कोरोना संकट से निपटने के लिए दवाओं का आयात भी नहीं कर पा रहा है। वैक्सीनेशन की रफ्तार कम होने की यह भी एक वजह है।
देश में एक हफ्ते का लॉकडाउन
ईरान में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए देश में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगा दिया गया है।
ईरान में एक दिन में मिलने वाले नए मरीजों का आंकड़ा 40 हजार के पार जा चुका है। एक दिन में रिकॉर्ड 600 मौतें हो रही हैं।
एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 8.30 करोड़ की आबादी वाले ईरान में कोरोना से हर दो मिनट में एक मौत हो रही है। डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ अब तक के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं।