पटना : Bihar की महागठबंधन सरकार (Grand Alliance Government) ने 23 जून को पटना में होने वाली विपक्ष की सबसे महत्वपूर्ण बैठक के कार्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
मिलन :
अगले साल होने वाले आम चुनाव में सत्तारूढ़ BJP को कैसे हराना है, इस पर रणनीति पर चर्चा के लिए 23 जून को विपक्षी नेताओं की एक अहम बैठक पटना में होने वाली है।
देशभर से लगभग 15 राजनीतिक दल इस महत्वपूर्ण बैठक का हिस्सा होंगे।
IANS को पता चला है कि बैठक का स्थान पटना में 1 अणे मार्ग स्थित बिहार के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास के अंदर नेक संवाद कक्ष होगा। बैठक सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक होगी।
जुटेंगे विपक्ष के दिग्गज :
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव, नेशनल कांफ्रेंस (NC) के संरक्षक फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और वाम दलों के नेताओं के बैठक में मौजूद रहने की उम्मीद है।
कार्यसूची :
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar), जिन्होंने सभी विपक्षी नेताओं को एक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, मुख्य भाषण देकर कार्यवाही शुरू करेंगे।
सूत्रों ने कहा कि IANS को पता चला है कि वह इस बारे में बात करेंगे कि विपक्षी एकता की आवश्यकता क्यों है और नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की मौजूदा सरकार के कारण देश जिन समस्याओं का सामना कर रहा है, उन्हें भी संबोधित करेंगे।
वह यह भी बताएंगे कि अगर BJP सत्ता में बनी रहती है, तो इसके संविधान में बदलाव की सबसे अधिक संभावना है।
विपक्षी पार्टियां कैसे BJP को हराएंगी, इसका मंत्र भी वह बताएंगे।
नीतीश कुमार के उद्घाटन भाषण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) का भाषण होगा।
खड़गे उन राज्यों में साझा उम्मीदवारों की ओर इशारा कर सकते हैं, जहां कांग्रेस का BJP से सीधा मुकाबला नहीं है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) दिल्ली और पंजाब के मुद्दों को संबोधित करेंगे।
आप ने कहा है कि उनकी पार्टी मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव नहीं लड़ेगी और दिल्ली और पंजाब में खुली छूट चाहती है।
पता चला है कि केजरीवाल ट्रांसफर-पोस्टिंग जैसे मुद्दे उठाएंगे और खासकर कांग्रेस से समर्थन की गुहार लगाएंगे।
विपक्ष का चाणक्य :
IANS को पता चला है कि NCP प्रमुख शरद पवार के सुझाव विपक्षी नेताओं के लिए बेहद अहम हैं।
एक कुशल योजनाकार माने जाने वाले पवार की तुलना अक्सर भारतीय राजनीति में चाणक्य से की जाती रही है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ट्रैकरे, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, नेकां संरक्षक फारूक अब्दुल्ला और PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती सहित वामपंथी नेता भी बैठक को संबोधित करेंगे और BJP को कैसे हराया जाए, इस पर अपने विचार साझा करेंगे।
राहुल का संबोधन सबसे महत्वपूर्ण
IANS को पता चला है कि राहल गांधी सत्र के अंत में विपक्षी नेताओं को संबोधित करेंगे और भाजपा को हराने के बारे में अपने विचार साझा करेंगे।
प्रोटोकॉल के अनुसार, सबसे शीर्ष नेता किसी भी कार्यक्रम को अंत में संबोधित करता है।
सूत्रों ने IANS को बताया कि ममता बनर्जी सहित कुछ विपक्षी नेता 22 जून की शाम पटना पहुंचेंगे।
बिहार सरकार ने सरकारी विश्राम गृह और पटना सर्किट हाउस में उनके ठहरने की व्यवस्था की है।