नई दिल्ली/रांची : MANREGA में काम करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी। केंद्र सरकार (Central Government) ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्यक्रम (Rural Employment Guarantee Program) के तहत मजदूरी दरों में वृद्धि की है।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय (Union Ministry of Rural Development) ने 24 मार्च को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरी दरों में बदलाव की अधिसूचना जारी की।
हरियाणा में सबसे अधिक दैनिक वेतन 357 रुपये प्रति दिन और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सबसे कम है 221 रुपये मजदूरी तय की गई है।
मजदूरी वृद्धि 7 रुपये से लेकर 26 रुपये तक की गई है। इसे एक अप्रैल से लागू कर दिया जाएगा।
झारखंड सरकार को करनी होगी पहल
नरेगा वाच (NREGA Watch) के जेम्स हेरेंज ने केंद्र की पहल पर कहा है कि 1 अप्रैल से मनरेगा मजदूरों की दैनिक मजदूरी 228/- रुपये होगी, लेकिन यदि पिछले 2 वित्तीय वर्षों के अनुभव के आधार पर झारखंड सरकार (Government of Jharkhand) अपने राज्य मद से 27 रुपये देना जारी रखती है तो अगले वित्तीय वर्ष में मजदूरों की मजदूरी 255 हो जाएगी। ये दायित्व हेमंत सरकार को निभाना चाहिए।
कहां कितनी बढी मजबूरी
पिछले वर्ष की दरों की तुलना में राजस्थान में मजदूरी में सर्वाधिक प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है।
राजस्थान के लिए संशोधित वेतन 255 रुपये प्रति दिन है, जो 2022-23 में 231 रुपये था। बिहार और झारखंड ने पिछले साल की तुलना में लगभग आठ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज (Record Growth) की है।
पिछले साल, इन दोनों राज्यों में एक MANREGA कार्यकर्ता के लिए दैनिक मजदूरी 210 रुपये थी।
अब इसे संशोधित कर 228 रुपये कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में सबसे कम दैनिक मजदूरी 221 रुपये है, पिछले वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत Record Growth की गई।
सबसे कम प्रतिशत वृद्धि दर्ज करने वाले राज्यों में कर्नाटक, गोवा, मेघालय और मणिपुर शामिल हैं।